निजी सुरक्षा एजेंसियों के गार्ड्स को मजबूत बनायेंगे राजनाथ
नई दिल्ली। ‘सरकार कई स्तरों पर काम कर रहे सभी निजी सुरक्षा एजेंसियों को राष्ट्रीय लाइसेंस देने के लिए तैयार है। ये बातें केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कही। वे नई दिल्ली स्थित मानेक शॉ ऑडिटोरियम में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आफ सिक्यूरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (IISSM) के 25 वें वार्षिक सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने यह स्वीकार किया कि मौजूदा निजी सुरक्षा अभिकरण (विनियमन) अधिनियम, 2005 (PASAR) जो प्रचलन में है उसमें कई खामियां हैं। सरकार इसमें संशोधन करने के लिए है। सरकार विशेष रूप से नकदी प्रबंधन सेवाओं में लगे सुरक्षा कंपनियों को अपने सामान्यतया नकदी बाहर ले जाने के लिए हथियारों का लाइसेंस प्राप्त करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ये निजी सुरक्षा एजेंसियों के बड़े पैमाने पर बैंकों के नकद वितरण संभाल रहे हैं। इन्हें लगभग सभी बैंकों में नकदी मुहैया कराने के लिए दुबारा बुलाया जा सकता है।
निजी सुरक्षा गार्डों की भूमिका अहम
आतंकी खतरों का जिक्र किए बिना गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय देश के सभी भागों में कंपनी के कार्यालयों की देखभाल के लिए निजी सुरक्षा गार्डों को आधुनिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उत्सुक है। वर्तमान में लगभग 50 लाख निजी सुरक्षा गार्ड देश भर में कंपनियों के कार्यालयों में सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार निजी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम के लिए गंभीर है। इन दिनों निजी सुरक्षा गार्ड राष्ट्रीय स्मारकों, कॉर्पोरेट कार्यालयों और मोबाइल टावरों की देखभाल कर रहे हैं।
उन्होंने राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा शुरू साइबर युद्ध के संबंध में कहा कि आने वाले दिनों में साइवर युद्ध के और तेज होने की संभावना है। साइवर युद्ध के पीछे जो लोग हैं उन सभी के नापाक इरादों को नाकाम करने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर केंद्रीय श्रम और रोजगार (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सेवा के क्षेत्र में काम करने वाले को उचित मजदूरी दी जानी चाहिए। उनके लिए न्यूनतम मजदूरी की बात करना बहुत छोटी है। इसलिए उन्हें न्यूनतम नहीं बल्कि उचित मजदूरी दी जानी चाहिए। हमारी सरकार उचित मजदूरी दिए जाने के पक्ष में है। हम श्रम कानूनों के तहत ओवरटाइम काम कर रहे हैं। इसे नियोक्ताओं और कर्मचारियों के लिए और अनुकूल बनाने के बारे में सरकार विचार कर रही है।
निजी सुरक्षा एजेंसी सबसे तेजी से बढ़ता हुआ सेवा क्षेत्र है। आंकड़ों के मुताबिक इन दिनों सेवा के क्षेत्र में 60 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इसमें समाज के ज्यादातर गरीब और वंचित क्षेत्र के लोग काम करते हैं। इस क्षेत्र हर साल 20 फीसदी की वृद्धि हो रही है और अगले कुछ वर्षों में यह एक करोड़ होने की संभावना की है।