अखिलेश के भाई ने मायावती के साथ गठबंधन को लेकर कह दी बड़ी बात
नई दिल्ली। बदायूं से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने संसद भवन में कहा कि गठबंधन का ये प्रयोग सफल रहा है और हमें उम्मीद है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी का नेतृत्व इसे जारी रखने के लिए सकारात्मक कदम उठाएगा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने उपचुनाव में जीत को मोदी-योगी के लिए संदेश बताया। धर्मेंद यादव अखिलेश यादव के चचेरे भाई भी हैं। आपको बता दें कि गोरखपुर और फूलपुर में बसपा ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे और सपा को समर्थन का ऐलान किया था।
सपा को निर्णायक बढ़त
उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों (गोरखपुर और फूलपुर) पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी पर लगभग निर्णायक बढ़त समाजवादी पार्टी बना चुकी है। फूलपुर पर सपा को करीब 40 हजार वोटों की बढ़त मिल गई है और उसकी जीत तय हो गई है। वहीं गोरखपुर में उसे 26 हजार वोटों की बढ़त है। दोनों ही सीटें भाजपा के पास थीं और सपा ने दोनों जगह बढ़िया प्रदर्शन किया है।
पांच सीटों पर उपचुनाव में सिर्फ एक सीट पर भाजपा को बढ़त
बुधवार को गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के अलावा बिहार की अररिया लोकसभा पर मतगणना हो रही है। वहीं बिहार की भभुआ और जहांनाबाद विधानसभा सीट पर हुए चुनाव की भी आज काउंटिंग हो रही है। इनमें से सिर्फ भभुआ विधानसभा में भाजपा की बढ़त बनी हुई है। गोरखपुर और फूलपुर पर भाजपा पिछड़ रही है तो अररिया लोकसभा पर मुकाबला नजदीकी है।
मजबूत गढ़ में पिछड़ गई भाजपा
भाजपा के लिए ये उपचुनाव इस लिए बेहद अहम हैं क्योंकि गोरखपुर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्या 2014 में सांसद बने थे। दोनों ने ही बहुत बड़े अंतर से यहां जीत दर्ज की थी और कोई उम्मीदवार उनके करीब भी नहीं आ पाया था। गोरखपुर पर तो बीते कई चुनावों से भाजपा के सामने कोई पार्टी टिकी ही नहीं है। ऐसे में यहां भाजपा का पिछड़ना राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका रहा है।
सपा-बसपा के साथ से नहीं, नरेश अग्रवाल की वजह से पिछड़ी भाजपा: शिवसेना सांसद