महादयी नदी विवाद पर बिगड़े गोवा के मंत्री के बोल, कर्नाटक के लोगों को दी गाली
महादयी नदी की
पणजी। गोवा की मनोहर पर्रिकर सरकार में मंत्री विनोद पालयेकर ने महादयी नदी विवाद को लेकर कर्नाटक के लोगों को ही गाली दे डाली। गोवा की भाजपा सरकार में जल संसाधन मंत्री विनोद पालयेकर ने शनिवार को कर्नाटक के लोगों को 'हरामी' कह दिया। हालांकि बाद में जब उन्हें अहसास हुआ कि वो गलत बोल गए हैं, तो उन्होंने कहा कि मीडिया मेरे कहे शब्द का इस्तेमाल ना करे। गोवा और कर्नाटक में महादयी नदी की एक सहायक नदी के मार्ग को लेकर विवाद चल है। इसी पर विनोद ने ये टिप्पणी की।
पालयेकर बोले, मुंह से निकल गई गाली
महादयी नदी के जल को लेकर हो रहे विवाद पर पालयेकर ने शनिवार को कहा कि इन्हें किसी का ख्याल नहीं है ये कन्नडिगस (कर्नाटक के लोग) बहुत 'हरामी' होते हैं। बाद में विनोद ने कहा कि बोलते-बोलते अचनाक ही उनके मुंह से ये शब्द निकल गया। उनकी मंशा किसी राज्य को लोगों को बुरा कहने की नहीं थी, ऐसे में इस मामले को तूल ना दिया जाए।
कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र से गुजरती है महादयी नदी
पालयेकर ने बताया कि उन्हें रिपोर्ट मिली थी कि कर्नाटक ने सीमा पर कणकुंबी गांव पर महादयी नदी का जल रोकने के लिए बांध बनाने पर काम फिर से शुरू कर दिया है। इस पर संज्ञान लेते हुए वहां गोवा सरकार की ओर से इंजीनियरों की टीम को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का ये कदम गलत है। महादयी नदी का तट कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में पड़ते हैं। नदी के जल बटवारे को लेकर राज्यों के बीच विवाद चल रहा है। केंद्र सरकार ने गोवा और कर्नाटक के बीच नदी के जल बंटवारे के मुद्दे को देखने के लिए अधिकरण का गठन किया है।
काफी समय से है दोनों देशों में विवाद
नदी के पानी के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटर में विवाद है। कई झरनों से आने वाले पानी से मिलकर यह नदी बहती है। जो कर्नाटक से निकलकर गोवा पहुंचती है। इस नदी के पानी से उत्तरी कर्नाटक और गोवा में पेय जल की आपूर्ति होती है। कर्नाटक के इस नदी के पानी को मोड़कर मलप्रभा नदी में मिलाने को लेकर गोवा से उसका विवाद है। इसको लेकर लगातार दोनों ओर से नेता बयान देते रहते हैं।
बीफ कारोबारियों को परेशान किया तो मिलेगी सजा, खुद रखूंगा नजर: मनोहर पर्रिकर