गाजीपुर में मिला बम पाकिस्तान से आया था, दिल्ली पुलिस की जांच में हुए कई खुलासे
गाजीपुर में मिला बम पाकिस्तान से आया था, दिल्ली पुलिस की जांच में हुए कई खुलासे
नई
दिल्ली,
17
जनवरी:
गाजीपुर
फूल
बाजार
से
बीते
हफ्ते
शुक्रवार
को
बरामद
किए
गए
इम्प्रोवाइज्ड
एक्सप्लोसिव
डिवाइस
(आईईडी)
की
जांच
में
पता
चला
है
कि
ये
पाकिस्तान
से
आया
था।
दिल्ली
पुलिस
की
जांच
में
पता
चला
है
कि
यह
24
बम
की
खेप
का
हिस्सा
था,
जिसे
सीमा
पार
से
या
तो
जमीन
के
जरिए
या
समुद्री
मार्ग
से
पाकिस्तान
द्वारा
स्थानीय
आतंकवादियों
के
जरिए
भेजा
गया
था।
ऐसे
ही
बम
और
अन्य
उपकरण
जो
हाल
ही
में
जम्मू
और
कश्मीर
और
पंजाब
में
बरामद
किया
गया
था,
उसी
खेप
का
हिस्सा
माना
जा
रहा
है।
जांच
में
ये
भी
पता
चला
है
कि
कुछ
उपकरणों
की
तस्करी
गुजरात
और
उत्तर
प्रदेश
में
की
गई
हो
सकती
है।
'गाजीपुर डिवाइस एक टिफिन बम था'
नाम न बताने की शर्त पर दिल्ली पुलिस के शीर्ष जांचकर्ताओं के मुताबिक, गाजीपुर डिवाइस एक टिफिन बम था। जिसमें तीन किलोग्राम आरडीएक्स कोर चार्ज के रूप में और अमोनियम नाइट्रेट सेकेंडरी चार्ज के रूप में था। डिवाइस को स्टील के टिफिन में कीलों और बॉल बेयरिंग के साथ पैक किया गया था और इसे दूर से ही उड़ाया जा सकता था।
पिछले 15 अगस्त के आसपास आई थी ये आईडी बम
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आईईडी को भारत में मौजूदा स्लीपर मॉड्यूल के साथ-साथ कुछ आपराधिक गिरोहों के लिए सीमा पार से तस्करी कर लाया गया था। सितंबर 2021 में दिल्ली पुलिस ने मुंबई, लखनऊ, इलाहाबाद और दिल्ली में गिरफ्तारियों के साथ एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, जिसे इस IED रिकवरी से जोड़ा गया है। दिल्ली पुलिस के जांचकर्ताओं का मानना है कि आईईडी की खेप पिछले स्वतंत्रता दिवस के आसपास भारत आई थी। जबकि दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां खेप से अन्य आईईडी बरामद करने की कोशिश कर रही हैं।
आतंकी हमला टल जाए , इसके लिए जारी किया गया अलर्ट
एचटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इनमें से कई आईईडी ने समुद्री मार्ग से गुजरात में और भूमि मार्ग के माध्यम से यूपी में भी प्रवेश किया है। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ''ऐसा प्रतीत होता है कि भारत में कट्टरपंथी तत्वों को सीमा पार से पूर्व-निर्धारित लक्ष्यों पर उपकरण लगाने या काम करने के लिए स्थानीय आपराधिक तत्वों का उपयोग करने का काम सौंपा जा रहा है। एक राष्ट्रव्यापी अलर्ट जारी किया गया है ताकि एक आतंकी हमला टल जाए।'' 2010 तक महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, यूपी और बिहार में बम हमलों के कारण भारत में 500 से अधिक नागरिक मारे गए थे।