गुजरात के पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी गिरफ्तार, 14.80 करोड़ के फर्जीवाड़े का आरोप
नई दिल्ली। गुजरात के पूर्व गृहमंत्री और गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के पूर्व चेयरमैन विपुल चौधरी को गुजरात पुलिस क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके ऊपर 14.80 करोड़ रुपए के बोनस घोटाले का आरोप है। चौधरी की गिरफ्तारी मेहसाणा दूधसादर डेयरी चुनाव के कुछ दिन पहले हुई है। बता दें कि ये चुनाव हर पांच साल के बाद जनवरी माह में होते हैं। गौरतलब है कि जीसीएमएमएफ अपने उत्पाद को अमूल के ब्रांड नेम से बेचती है।
बता दें कि विपुल चौधरी 2014 में दूधसागर डेयरी के मुखिया रह चुके हैं, लेकिन बाद में उनपर भ्रष्टाचार के आरोप के चलते अमूल और दूधसागर दोनों ही जगह से बर्खास्त कर दिया गया है। विपुल चौधरी पर पशुओं के चारे में 22 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप था। सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2018 में ट्रिब्युनल कोर्ट ने चौधरी को 22 करोड़ रुपए के कथित घोटाले के मामले में सस्पेंड कर दिया था।
सीआईडी के अधिकारी ने बताया कि विपुल चौधरी को कोर्ट ने घोटाले का 40 फीसदी यानि 9 करोड़ रुपए का भुगतान करने को कहा था। इस मामले में चौधरी और मेहसाणा दूधसागर डेयरी के चार मौजूदा अधिकारियों पर इस मामले में षड़यंत्र रचने का आरोप था। इन लोगों ने 14.80 करोड़ रुपए क फर्जीवाड़ा किया था। यह पैसा डेयरी कॉर्पोरेशन के 1932 कर्मचारियों को देने के लिए था। जिसके बाद गांधीनगर स्थित सीआईडी क्राइम पुलिस स्टेशन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद हमने शनिवार को चौधरी को गांधी नगर से पकड़ा और आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।