Kisan Rail: दक्षिण भारत की पहली किसान रेल अनंतपुर से फल और सब्जियां लेकर दिल्ली रवाना
दक्षिण भारत की पहली किसान रेल अनंतपुर से फल और सब्जियां लेकर दिल्ली रवाना
नई दिल्ली। दक्षिण भारत की पहली किसान रेल सेवा शुरू हो गई है। बुधवार (9 सितंबर) को आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से ये ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हुई। इससे फल और सब्जियां भेजी गई हैं। रेलवे ने दक्षिण भारतीय शहर अनंतपुर से नई दिल्ली के बीच किसान रेल का संचालन शुरू किया है। यह देश की दूसरी और दक्षिण भारत की पहली किसान रेल है। किसान रेल का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने किया।
322 टन सब्जी और फल आएंगे दिल्ली
अनंतपुर से आ रही इस ट्रेन में 322 टन सब्जी और फल हैं। किसान रेल के चलने से आंध्र प्रदेश के अनार, खरबूजा, पपीता, अमरूद, टमाटर सहित अन्य फल और सब्जियों के किसानों को काफी फायदा होगा। उनकी फसल सीधे दिल्ली के बाजारों तक पहुंच सकेगी और उन्हें अपने उत्पाद की अच्छी कीमत मिल सकेगी। वहीं व्यापारी भी आसानी से अपना माल दिल्ली के बाजारों तक पहुंचा सकेंगे।
आंध्र प्रदेश में देश का 15.6 फीसदी फल उत्पादन
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने किसान रेल चलाए जाने को लेकर कहा कि राज्य में देश का 15.5 फीसदी फलों का उत्पादन होता है। जिसका 10 से 15 फीसदी ही लोकल में इस्तेमाल होता है। बाकी को सड़क और समुंद्र के रास्ते से बाहर भेजा जाता है। ऐसे में किसान रेल के चलने से काफी फायदा होगा। इस किसान रेल में 13 बोगी हैं, जिसमें अलग-अलग फल और सब्जियां आएंगी।
पहली ट्रेन भी इसी साल चली
दक्षिण भारत से सफल और सब्जी आते हैं, लेकिन सड़क मार्ग से आने से कई दिन लग जाते हैं। रेलगाड़ी से आने से एक से दो दिन में सामान दिल्ली पहुंच जाएगा। भारत की पहली किसान रेल 7 अगस्त 2020 को चली थी। वह महाराष्ट्र के देवलाली नासिक के पास से चलकर बिहार के दानापुर तक जाती है। केंद्रीय ने कहा है कि किसान रेल से सस्ती दरों पर कृषि उत्पादों, खासतौर से जल्दी खराब होने वाली उपज के परिवहन में मदद मिलेगी।