किसान आंदोलन: टिकरी बॉर्डर पर हुए गैंगरेप में SIT का गठन, आरोपियों में 2 महिलाएं भी हैं शामिल
नई दिल्ली, 10 मई। नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल नवंबर से दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। जिसमें अब एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां पश्चिम बंगाल से दिल्ली पहुंची एक युवती के साथ कुछ आंदोलनकारियों ने गैंगरेप किया। इसके बाद महिला कोरोना से संक्रमित हो गई और बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उसका निधन हो गया। युवती के पिता ने किसान आंदोलन में शामिल कुछ लोगों पर आरोप लगाया है। जिस पर दिल्ली पुलिस ने एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। इस टीम को डीसीपी लेवल के अधिकारी लीड करेंगे।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक उन्हें शनिवार रात महिला के पिता की ओर से इस घटना की जानकारी मिली। पीड़ित 11 अप्रैल को ही आरोपियों के साथ पश्चिम बंगाल से दिल्ली आंदोलन में हिस्सा लेने आई थी। इसके बाद टिकरी बॉर्डर पर किसान सोशल आर्मी चलाने वाले अनूप, अनिल मलिक समेत 4 लोगों ने युवती के साथ बलात्कार किया। शुरू में तो ये मामला छिपा दिया गया था, लेकिन 30 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के चलते युवती की मौत हो गई। वहीं पर डॉक्टरों को दुष्कर्म की बात पता चली थी। हालांकि किसान नेता अभी भी आरोपों से पल्ला झाड़ रहे हैं।
मामले की गंभीरता और युवती के पिता की शिकायत पर फरीदाबाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 365, 342, 354, 376 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया था। जिन 6 आरोपियों का केस में नाम है, उनमें 4 किसान नेता जबकि दो महिला वॉलंटियर शामिल हैं। वहीं अब मामले में एक एसआईटी का गठन कर दिया गया है। जिसमें डीसीपी की अगुवाई में तीन इंस्पेक्टर और साइबर सेल के कर्मी शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
वर्चुअल तरीके से होगा किसान आंदोलन, 20 मई को घोषणा कर सकते हैं किसान नेता
किसानों
नेताओं
ने
छिपाई
बात
आरोप
है
कि
किसान
नेताओं
की
घटना
की
जानकारी
कुछ
दिन
पहले
ही
लग
गई
थी।
इसके
बावजूद
भी
उन्होंने
पुलिस
के
पास
शिकायत
नहीं
की।
वो
लगातार
बात
को
छिपाते
रहे
और
सख्त
कार्रवाई
के
नाम
पर
सिर्फ
आरोपियों
के
टेंट
वहां
से
हटवा
दिए।