Toolkit विवाद में किसान संगठन भी कूदे, दिशा रवि को लेकर सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली: दिल्ली की सीमा पर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठन भी टूलकिट विवाद में कूद पड़े हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस मामले में क्लाइमेट ऐक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध किया है और इसे सरकार की शक्ति का बेजा इस्तेमाल बताया है। किसान मजदूर संघर्ष समिति का आरोप है कि सरकार घबराहट में ऐसा कर रही है। गौरतलब है कि यह मामला उस विवाद से जुड़ा हुआ है, जिसमें 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान राजधानी दिल्ली में किसानों ने जबर्दस्त हिंसा की थी और कुछ किसान प्रदर्शनकारियों ने लालकिले पर तिरंगे का अपमान करते हुए एक धार्मिक झंडा फहरा दिया था। दरअसल, उस विवादास्पद टूलकिट को स्विटजरलैंड की क्लाइमेट ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थंनबर्ग ने गलती से सार्वजनिक कर दिया था, जिसके तार अब दिशा रवि और उसके सहयोगियों से जुड़ रहे हैं।

सरकार ने पुलिस शक्ति का बेजा इस्तेमाल किया-संयुक्त किसान मोर्चा
दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों संगठनों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने टूलकिट मामले में 22 वर्षीय दिशा रवि की गिरफ्तारी का विरोध किया है और उन्हें रिहा करने की मांग की है। मोर्चा ने एक बयान जारी कर कहा है, 'किसानों के जारी आंदोन को कमजोर करने की कोशिशों के तहत सरकार ने अपनी पुलिस शक्ति का जो बेजा इस्तेमाल किया है, उससे संयुक्त किसान मोर्चा बहुत चिंतित और दुखी है। यह बिना उचित प्रक्रियाओं का पालन किए युवा पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा करता है। एसकेएम उनकी तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करता है। ' बयान में यह भी कहा गया है कि ये पर्यावरण कार्यकर्ता इसलिए किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रहे थे, क्योंकि नए कृषि कानूनों के चलते किसानों को पर्यावरण के लिए ज्यादा नुकसानदेह तरीकों को अपनाना पड़ सकता है।

मानवता की हत्या कर रही है मोदी सरकार- किसान मजदूर संघर्ष समिति
संयुक्त किसान मोर्चा की तरह ही किसान मजदूर संघर्ष समिति ने भी दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा की है। इसकी ओर से कहा गया है कि 'घबराई हुई मोदी सरकार 22 साल की लड़की को गिरफ्तार करके मानवता की हत्या कर रही है।' इतना ही नहीं 26 जनवरी की हिंसा के दौरान कई पत्रकारों की कथित'आपत्तिजनक' रिपोर्ट खिलाफ दर्ज देशद्रोह का केस भी वापस लेने की समिति की ओर से मांग की गई है। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ 18 फरवरी को चार घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन करने की बात भी दोहराई है।

दिशा टूलकिट की मुख्य साजिशकर्ताओं में शामिल- पुलिस
बता दें कि 22 वर्षीय दिशा रवि को दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बेंगलुरु में उसके घर से गिरफ्तार किया है। दिशा पर स्विटजरलैंड की ग्रेटा थनबर्ग को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध से जुड़ा विवादास्पद टूलकिट शेयर करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस का दावा है कि दिशा ना सिर्फ उस विवादास्पद 'टूलकिट गूगल डॉक' की संपादक थी, बल्कि वह डॉक्युमेंट बनाने और उसे प्रसारित करने की 'मुख्य साजिशकर्ता' भी थी। उस डॉक्युमेंट में किसान आंदोलन को हवा देने के लिए कई तरह के ऐक्शन का जिक्र था, जिसके तहत ट्विटर पर तूफान खड़ा करना और भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करने जैसी बातें शामिल थीं। पुलिस के मुताबिक ग्रेटा को दिशा ने ही वह टूलकिट शेयर किया था, जिससे वह सार्वजनिक हो गया।

दिल्ली पुलिस का दावा-मोबाइल से मिले अहम सबूत
दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद इसमें दो और लोगों के नाम सामने आए हैं- निकिता जैकब और शांतनु मुलुक। पुलिस इनको खोज रही है। लेकिन, उससे पहले दिशा के मामले को लेकर फिर से देश की विपक्षी पार्टियां, कुछ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविदों ने सुर में सुर मिला लिया है और उसकी फौरन रिहाई की वकालत कर रहे हैं। जबकि, दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस करके दावा किया है कि दिशा के मोबाइल से उनके खिलाफ सबूत मिले हैं।
इसे भी पढ़ें- Toolkit क्या होता है, जिस विवाद से जुड़ रहा है दिशा रवि-निकिता जैकब और शांतनु का नाम