देश के युवाओं में जहर घोलने के लिए तस्करों ने मणिपुर का रास्ता ढूंढ़ा
नई दिल्ली। देश में जिस तरह से ड्रग्स की सप्लाई के खिलाफ सरकार ने मोर्चा खोला है उसके बाद ड्रग तस्करों ने नया रास्ता ढूंढ लिया है। सरकार ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रास्ते ड्रग की सप्लाई को रोकने के काफी सख्त कदम उठाए हैं, जिसके बाद अब इन ड्रग तस्करों ने मणिपुर का रुख किया है और वह यहां से देश में ड्रग्स सप्लाई कर रहे हैं। मणिपुर से तस्कर ड्रग्स को दिल्ली व अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में सप्लाई कर रहे हैं। हाल ही में स्पेशल सेल ने 5 किलो हेरोइन तस्करों के पास से जब्त की है, जिसकी कीमत तकरीबन 20 करोड़ रुपए है।
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि इन तस्करों का संबंध मणिपुर और पश्चिम बंगाल से है, जहां अफीम को अवैध तरीके से उगाया जाता है। तस्करों के पास से पुलिस को कई सारे मोबाइल फोन और सिम कार्ड मिले हैं। स्पेशल सेल ने राम नाथ, वीरेंद्र पाल सिंह और परवेज खान को गिरफ्तार किया है। ये सभी तस्कर उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के हैं। तीन महीने पहले भी स्पेशल सेल को इस बात की जानकारी मिली थी कि एक बोलेर में सवार लोग तस्करी का बड़ा सामान लेकर जा रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने पश्चिम बंगाल, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर खुफिया टीम को अलर्ट किया था। जिसके बाद आरोपियों के पास से चार किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई थी।
संजीव यादव ने बताया कि राम सिंह ने इस दौरान भागने की कोशिश की थी, लेकिन हमने उसे पकड़ लिया था। इसके बाद इन दोनों आरोपियों ने जिन लोगों का नाम बताया था उनकी तलाश में टीम को बरेली और बदायूं भेजा गया है। रविवार को पुलिस ने तीसरे संदिग्ध परवेज को बदायूं से एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान खान ने बताया कि उसका मणिपुर में सप्लायर से लिंक है, जिसने उसे सस्ते दाम में हेरोइन दी है। परवेज ने इस हेरोइन को दिल्ली में दोगुने दाम पर बेचा है।
राम ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पश्चिम बंगाल के मालदा और फरक्का, मणिपुर के इंफाल में हेरोइन लेने के लिए जाता था। वह यहां खान और निजाम नाम के सप्लायर से हेरोइन लिया करता था। खान और निजाम का नक्सल कमांडर से लिंक है। पुलिस इस मामले में तीसरे सप्लायर आलोक की तलाश कर रही है।
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