ममता पर कांग्रेस का पलटवार, अधीर रंजन बोले-भारत का मतलब बंगाल नहीं, उन्हें नहीं पता यूपीए क्या है
नई दिल्ली, 01 नवंबर: मुंबई दौरे पर पहुंचीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। ममता का 'यूपीए जैसी कोई चीज नहीं रह गई है' वाले बयान को लेकर राजनीति गर्मा गई है। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि, क्या ममता बनर्जी को नहीं पता यूपीए क्या है? मुझे लगता है कि उन्होंने पागलपन शुरू कर दिया है। वह सोचती है कि पूरे भारत ने 'ममता, ममता' का जाप करना शुरू कर दिया है। लेकिन भारत का मतलब बंगाल नहीं है और अकेले बंगाल का मतलब भारत नहीं है। पिछले चुनावों (पश्चिम बंगाल में) में उनकी रणनीति धीरे-धीरे उजागर हो रही है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, पश्चिम बंगाल में बीजेपी और ममता ने मिलकर खेला सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का सियासी खेल सामने आ रहा है। एनआरसी को लेकर बीजेपी ने बदला अपना रुख, चुनाव के साथ खत्म हो गया। एनआरसी का डर दिखाकर वे चुनाव में फायदा उठाना चाहते थे। इसलिए ममता बनर्जी जो कुछ भी कहती हैं, बीजेपी उससे सहमत है। 'मिले सुर मेरा तुम्हारा, तो सुर बने हमारा' बीजेपी को खुश रखने के लिए आज ममता बनर्जी का ये रुख है।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, यूपीए सरकार में टीएमसी के 6 मंत्री थे। 2012 में ममता बनर्जी ने यूपीए से समर्थन वापस लेने के लिए कोई न कोई बहाना बनाया था। वह उस समय यूपीए सरकार को तोड़ना चाहती थीं। लेकिन वह सफल नहीं हुई क्योंकि अन्य पार्टियां थीं जिन्होंने तुरंत सरकार का समर्थन किया। यह उनकी पुरानी साजिश है। आज उनकी ताकत इसलिए बढ़ गई है क्योंकि मोदी जी उनके पीछे खड़े हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि, वह कांग्रेस को कमजोर करने के लिए सभी प्रयास कर रही है। जब बीजेपी पूरे भारत में संघर्ष कर रही है और उनकी स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है, तो ममता बनर्जी ने उन्हें ऑक्सीजन देने का फैसला किया है। ममता बनर्जी बन गई हैं बीजेपी की ऑक्सीजन सप्लायर इसलिए, भाजपा उनसे खुश है।
23 देशों में हुई ओमिक्रॉन कोरोना वायरस की पुष्टि: WHO प्रमुख
अधीर रंजन ने कहा कि, शरद पवार ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं कहा। वह एक वरिष्ठ नेता हैं। हम उसका बहुत सम्मान करते हैं। शरद पवार और अन्य दलों के लोगों को फंसाने और यह दिखाने के लिए कि भाजपा का एक विकल्प आ गया है, यह ममता बनर्जी की एक सोची-समझी साजिश है। इससे बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है। कांग्रेस हो या कोई अन्य पार्टी, बात यह है कि जो भाजपा के खिलाफ हैं, अगर वे एक साथ आएंगे, तो उनका स्वागत है।