इथियोपिया क्रैश के बाद बोइंग मॉडल के उपयोग पर जेट एयरवेज और स्पाइसजेट से मांगी जाएगी जानकारी
नई दिल्ली। इथियोपिया एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बोइंग 737 मैक्स 8 विमान के इस्तेमाल को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसी क्रम में भारत विमानन निगरानी डीजीसीए ने इस इस विमान के उपयोग को लेकर चिंता जताते हुए भारतीय विमानन कंपनियों से बात करने की बात कही है। नागर विमानन महानिदेशालय के अधिकारियों की माने तो जेट एयरवेज और स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस से इस संबंद में बात किए जाने की संभावना है। जो कि बोइंग के सबसे अधिक बिकने वाले जेटलाइनर के नए संस्करण को संचालित करते हैं।
उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही हो गया क्रैश
बता दें कि इथियोपिया एयरलाइंस की ओर से संचालित की जा रही बोइंग 737 मैक्स विमान रविवार सुबह करीब 8.30 बजे अदीस अबाबा से उड़ान भरने के बाद दुर्घनाग्रस्त हो गया, इस विमान में सवार सभी 157 की मौत हो गई है। इसमें चार भारतीय यात्री भी शामिल हैं। दुर्घटना का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक इथियोपियाई जेटलाइनर अदीस अबाबा से उड़ान भरने के तुरंत बाद 8.44 बजे संपर्क खो दिया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह विमान हवा में गोता खाते हुए दुर्घटना का शिकार हुआ।
बोइंग दुर्घटना का यह दूसरा मामला
बता दें कि बोइंग विमान दुर्घनटना का यह दूसरा मामला है। इससे पहले अक्टूबर 2018 में जकार्ता से घरेलू उड़ान भरने वाले एख 373 मैक्स टेक ऑफ के 13 मिनट बाद ही दुर्घटना का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में 189 पैसेंजर्स और क्रू मैंबर्स मारे गए थे। भारत में जेट एयरवेज और स्पाइसजेट दो भारतीव विमानन कंपनियां हैं जो बोइंग 737 मैक्स 8 विमान का संचालन करती हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्पाइसजेट 13 MAX 8 विमानों में का संचालन कर रहा है। हालांकि जेट एयरवेज की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है।
दुर्घटना से देर भली: दो मिनट लेट होने से छूटी फ्लाइट और बच गई जिंदगी
बोइंग ने क्या कहा?
बोइंग ने सोमवार को कहा कि इथियोपियाई एयरलाइंस दुर्घटना की जांच अपने शुरुआती चरण में है और अब तक मिली जानकारी के आधार पर इसके 737 MAX 8 विमानों के ऑपरेटरों को नई गाइडलाइन जारी करने की आवश्यकता नहीं हैं। बोइंग के एक प्रवक्ता ने रायटर को दिए एक बयान में कहा है कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है कि और हम इस दुर्घटना के सभी पहलुओं को पूरी तरह से समझने का प्रयास कर रहे हैं। जांच दल और इसमें शामिल सभी अधिकारी एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- इथोपिया प्लेन क्रैश में पर्यावरण मंत्रालय की सलाहकार शिखा गर्ग का भी निधन