चिदंबरम ने साधा निशाना, बोले- ये हिंसा दिल्ली पुलिस की भारी विफलता है
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिले में हिंसा की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 22 पहुंच गई है। इस मामले में दायर एक याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई और कहा कि पुलिस को कोर्ट के निर्देश का इंतजार नहीं करना चाहिए। वहीं, दिल्ली में हिंसा की घटना पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि दिल्ली की हिंसा पुलिस की भारी विफलता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि सोमवार को दिल्ली में शुरू हुई हिंसा आज भी जारी है। इस हिंसा को खत्म कराना सरकार की जिम्मेदारी है। दिल्ली में हिंसा की घटनाओं पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी केंद्र की मोदी सरकार के साथ-साथ दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ हमला बोला।
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दिल्ली में हिंसा के लिए उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा भी मांगा। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार से दंगे को लेकर 6 सवाल पूछे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार से पूछा कि पिछले रविवार से गृहमंत्री कहां थे और क्या कर रहे थे ? उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद के दिनों से लेकर आजतक इंटेलिजेंस एजेंसियों ने क्या रिपोर्ट दिए हैं ?
सोनिया गांधी ने पूछा कि हिंसा खुद-ब-खुद शुरू हुई, जैसा कि गृहमंत्रालय ने दावा किया है या इसे भड़काया गया, जैसा कि गृह राज्यमंत्री ने दावा किया है? बता दें कि दिल्ली में सीएए को लेकर भड़की हिंसा में मरने वालों की तादाद 22 हो चुकी है, जिसमें दिल्ली पुलिस का एक हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल है। जबकि, घायलों की संख्या करीब 200 तक पहुंच गयी है। जीटीबी अस्पताल के मुताबिक, 21 लोगों की मौत हुई है जबकि एक शख्स की मौत एलएनजेपी अस्पताल में हुई है।