Delhi riots Case: दिल्ली दंगे की जांच कर रहे चार पुलिसकर्मियों का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
Delhi riots: जांच से जुड़े चार पुलिसकर्मियों का आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में बीते साल हुई साप्रदायिक हिंसा से जुड़े मामलों की जांच कर रहे चार पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन मिला है। ये चारों पुलिसकर्मी स्पेशल सेल में तैनात हैं। जो पूर्वोत्तर दिल्ली में हुई हिंसा के मामलों की जांच कर रही है। चारो पुलिसकर्मी उस पुलिस टीम का हिस्सा हैं, जिसने दिल्ली हिंसा में शामिल होने के आरोपों में 21 लोगों को गिरफ्तार किया। इस टीम ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें छात्र नेता उमर खालिद, जामिया मिलिया की छात्रा सफूरा जरगर और पिंजरा तोड़ संस्था की लड़कियां देवांगना और नताशा नरवाल शामिल हैं।
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक सीनियर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाल ही में डीसीपी (स्पेशल सेल) प्रमोद कुशवाहा ने छह टीमों के इंचार्ज से एक-एक अफसर को नॉमिनेट करने के लिए कहा था, जिसनें जांच के दौरान असाधारण प्रतिभा दिखाई हो। इन छह नामों में से दो अधिकारियों को दूसरे मामलों में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिल चुका था। बाकी चार पुलिसकर्मियों को दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने प्रमोशन दिया है। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने 1 जनवरी को पुलिसकर्मियों और उनके परिवार के साथ एक बैठक में प्रमोशन की जानकारी दी थी। कमिश्नर की ओर से बताया गया कि 135 पुलिस कर्मियों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला है। जिसमें चार दिल्ली हिंसा की जांच कर रहे पुलिसकर्मी हैं।
दिल्ली पुलिस ने पिछले साल फरवरी में हुई हिंसा में कुल 755 मामले दर्ज किए थे। दिल्ली पुलिस ने ये मामले क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुरुआत में हिंसा के एंगल से जांच की और बाद में इनमें गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धारा जोड़ दी। क्राइम ब्रांच और पूर्वोत्तर जिला पुलिस ने हिंसा के मामले में कुल 1700 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि बीते साल फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में साप्रदायिक हिंसा हुई थी। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान शुरू हुई इस हिंसा में 53 लोग मारे गए थे। सैकड़ों घर जला दिए गए थे और काफी लोग घायल हुए थे।