मेट्रो शहरों में महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित है दिल्ली, NCRB की रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
नई दिल्ली, 16 सितंबर। देश की राजधानी दिल्ली में अपराध की दर में पिछले एक साल में भले ही गिरावट दर्ज की गई हैं लेकिन महिलाओं के लिए दिल्ली अभी भी सबसे असुरक्षित मेट्रो शहर है। जी हां हाल ही में जारी किए गए आंकड़े ये ही सच्चाई बयां कर रहे हैं।
क्या दिल्ली में अपराध दर में गिरावट आई है ?
2019 की तुलना में 2020 में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुल अपराध दर में 16 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है लेकिन देश के सभी महानगरों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या सबसे अधिक दिल्ली में दर्ज की गई है।
NCRB की रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दर्ज मामलों की संख्या में 2019 और 2020 के बीच 18 प्रतिशत की तेज गिरावट देखी गई।
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित है दिल्ली
मंगलवार को जारी एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पिछले साल महिलाओं के खिलाफ प्रति 1,00,000 की आबादी पर होने वाले अपराध की दर 129.1 है।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों के दर्ज हुए इतने मामले
आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित शहर है। पिछले साल राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लगभग 10,000 मामले दर्ज किए गए थे।
मेट्रों शहरों की तुलना में दिल्ली में दोगुने से अधिक है मामले
महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिए 9,782 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2018 में 11,724 मामले दर्ज किए गए और 2019 में 12,902 मामले दर्ज किए गए। 2020 में दिल्ली का डेटा मुंबई, पुणे, गाजियाबाद, बैंगलोर या इंदौर में दर्ज मामलों की संख्या के दोगुने से भी अधिक है।राज्य में चार्जशीट की दर 75.9 फीसदी है।