कश्मीर में दिल्ली जैसी गर्मी, अचानक क्या हो गया ? दुकानों में AC का स्टॉक खत्म
श्रीनगर, 15 जुलाई: श्रीनगर और दिल्ली की गर्मी में अब कोई फर्क नहीं रहा! आप यकीन करेंगे? लेकिन, इसबार कश्मीर के लोग यही महसूस कर रहे हैं। पिछले दोनों महीनों में वहां जबर्दस्त उमस भरी गर्मी पड़ी है। दिल्ली वाला ही हाल है कि कूलर और पंखे फेल हो चुके हैं और लोगों को लगता है कि एसी के बगैर सुकून मिलना नामुमकिन है। वैज्ञानिक इसे जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग कह रहे हैं तो एसी डीलरों की चिंता ये है कि कंपनियां डिमांड पूरा नहीं कर पा रही हैं।
कश्मीर के कई डीलरों के पास एसी के स्टॉक खत्म
कश्मीर में गर्मी का मौसम आमतौर पर सेहत के लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता था। लेकिन, इसबार वहां काफी गर्मी पड़ रही है। देश के दूसरे हिस्से के लोगों के लिए यकीन करना मुश्किल है, लेकिन वहां एयरकंडीशनर, रेफ्रिज्रेटर,कूलर और पंखों की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है। मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस गर्मी में कश्मीर घाटी में कूलिंग प्रोडक्ट की बिक्री दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। डीलरों का कहना है कि कुछ के पास तो मांग के मुताबिक एसी का पर्याप्त स्टॉक ही नहीं बचे हैं।
34.3 डिग्री तक जा चुका है पारा
पिछले दो महीनों में कई बड़े डीलरों ने 1,000 की संख्या के आसपास एसी बेची है। यह सामान्य संख्या से 50 फीसदी ज्यादा है। डीलरों का कहना है कि पिछले दशक में ऐसा पहली बार हुआ है कि एसी की इतनी ज्यादा मांग देखी जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक जून और जुलाई के महीनों में अप्रत्याशित रूप से हीटवेव महसूस की गई है, जब अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक जा रहा है और न्यूनतम तापमान भी 21 डिग्री से कम नहीं हो रहा। जून में तो इसबार पारा 34.3 डिग्री तक जा चुका है।
एक-एक डीलरों ने 600 एसी बेचे हैं- डीलर
आमतौर पर कश्मीर में जून-जुलाई में तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। कश्मीर के एक बड़े डीलर अल्बा पावर के डायरेक्टर मोहम्मद अदनान बाबा के मुताबिक 'यह कल्पना करना भी बहुत अजीब है कि कश्मीर जैसी ठंडी जगह में, एक-एक डीलरों ने पिछले एक महीने में औसतन 600 से ज्यादा एयर-कंडीशनर बेचे हैं।' जानकार इस स्थिति के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार मानते हैं।
मौसम का बदला रुख क्या कहता है ?
जलवायु परिवर्तन की वजह से दुनियाभर में मौसम आम जन-जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा है। बेमौसम बर्फबारी, भारी बरसात हो जाती है तो कहीं भी बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने लग जाती है। पिछले जून में ही श्रीनगर समेत कश्मीर घाटी में भारी बारिश के चलते बाढ़ की नौबत आ गई थी। लेकिन, कुछ ही दिनों बाद तापमान फिर से बेकाबू होना शुरू हो गया। कश्मीर विश्वविद्यालय में पर्यावरण विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर मोहम्मद मुस्लिम ने कहा है, 'इस बेतरतीब तरीके से तापमान बढ़ना निश्चित ही जलवायु परिवर्तन के कारण है। हम भले ही इसे महसूस ना करें, लेकिन यह चिंता का विषय है।'
मौसम विभाग क्या कह रहा है ?
श्रीनगर मौसम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर मुख्तार अहमद ने कहा कि कश्मीर में निश्चित रूप से एक्स्ट्रीम वेदर इवेंट की घटनाएं बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि पहले जुलाई में तापमान 37 डिग्री तक जा चुका है। 'लेकिन, सिर्फ तापमान ही नहीं है, बल्कि नमी भी है, जिससे इस साल लोगों को परेशानी हो रही है। जून और जुलाई में नमी 60 से 70 फीसदी के बीच बनी रही।'
कंपनियां पूरा नहीं कर पा रहीं स्टॉक
यही वजह है कि कश्मीर घाटी में इसबार कूलिंग करने वाले उपकरणों की मांग में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी जा रही है। अदनान बाबा के मुताबिक अत्यधिक गर्मी की वजह से कूलर और पंखों की बिक्री भी काफी हो रही है। उनकी कंपनी हर महीने 400 यूनिट कूलर और 1,000 पंखे बेच रही है। लेकिन, एसी की मांग इसलिए ज्यादा हो रही है, क्योंकि उसे ठंड में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। श्रीनगर के एक डीलर ने कहा कि छोटे डीलर भी 10 से 20 एसी रोज बेच रहे हैं और बड़ों की संख्या तो 70 से भी ज्यादा है। लेकिन, इसकी वजह से कुछ के यहां एसी का स्टॉक खत्म हो जा रहा है। एजाज अहमद पंजाबी नाम के श्रीनगर के एक डीलर ने कहा कि कंपनी हमें डिलिवरी के लिए इंतजार करने को कह रही है।
'नई दिल्ली और कश्मीर के मौसम में फर्क नहीं दिखा'
लेकिन, कस्टमर इस बात से परेशान हो रहे हैं कि अभी जो वहां उमस भरा मौसम है, उसमें कूलर-पंखों से काम नहीं चल पाता, एसी की ही आवश्यकता है। दिल्ली में रहने वाली एक कश्मीरी सकीना जान ने कहा, 'मुझे नई दिल्ली और कश्मीर के मौसम में कोई फर्क नहीं दिखा। जब पंखे ठीक से काम नहीं करते हैं तो हम एसी चलाते हैं। अब कश्मीर में यही हो रहा है- इसलिए मांग बढ़ गई है।'