दिल्ली सरकार ने टेस्ट रणनीति में किया बदलाव, अब इन लक्षणों वाले मरीजों की भी होगी रैपिड एंटिजन जांच
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड जांच की संख्या बढ़ा दी है। बीते पांच दिनों में 98,128 टेस्ट किए गए। इनमें से करीब आधे रैपिड एंटिजन टेस्टिंग के माध्यम से हुए हैं। इसी दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग रविवार को आदेश दिया कि रोगियों के अलावा उनकी देखभाल में लोगों का भी रैपिड एंटिजन टेस्टिंग टेस्ट किया जाए। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी अस्पतालों के लिए एक पत्र जारी किया गया जिसमें इस निर्देश का उल्लेख हैं।
बता दें कि दिल्ली में आज कोरोना वायरस के 2,244 नए मामले सामने आए हैं और 63 मौतें हुई हैं। दिल्ली में अब कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 99,444 है जिसमें 71,339 मरीज ठीक हुए हैं या उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। राजधानी में कोरोना के 25,038 सक्रिय मामले हैं जबकि महामारी से 3,067 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं दिल्ली में आज 9,873 RT-PCR टेस्ट और 13,263 रैपिड एंटिजन टेस्ट किए गए। अब तक दिल्ली में कुल 6,43,504 टेस्ट किए गए हैं। राहत की खबर यह है कि दिल्ली में मरीजों के ठीक होने की दर भी लगातर बढ़ रही है, स्वास्थ्य विभाग कि रिपोर्ट के मुताबिक यह 70 फीसदी तक पहुंच गया है।
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कोरोना को काबू करने के लिए दिल्ली सरकार लगातार बड़े कदम उठा रही है, दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आदेश उसी का एक उदाहरण है। रविवार को स्वास्थ्य विभाग ने अस्पातलों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के लक्षण वाले, इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) वाले भर्ती मरीजों और उनकी देखभाल में लगे लोगों का भी अनिवार्य रूप से रैपिड एंटिजन टेस्टिंग की जानी चाहिए।
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