बोले उमर- पाक ने आग में पेट्रोल छिड़का लेकिन आग लगना हमारी गलती
नई दिल्ली। बीते 40 दिनों से जम्मू और कश्मीर के कुछ इलाकों में लगातार हो रही है हिंसा और कर्फ्यू के मुद्दे पर शनिवार को जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने गए।
बाहर आकर उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इतिहास में ऐसा पहला बार हो रहा है जो प्रयास सरकार को करना चाहिए वो विपक्ष कर रहा है।
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उमर ने कहा कि हम यहां राष्ट्रपति के पास एक ज्ञापन देने और उन्हें कश्मीर घाटी की मौजूदा हालात से अवगत कराने आए थे।
हालात बिगाड़ने में है पाक का रोल
उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में हालात बिगाड़ने में पाकिस्तान का पिछले 25 साल से रोल रहा है।
उमर ने पत्रकारों से कहा कि 'अगर आप मुझसे पूछेंगे कि क्या बुरहान वानी के मरने के बाद जो सूरत-ए-हाल फौरी तौर पर पैदा हुई क्यों वो पाक की बनाई हुई है, तो मुझे कहना पड़ेगा नहीं।'
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लेकिन आग हमारी लगाई हुई
उमर ने आगे कहा कि 'बेशक उन्होंने आग में पेट्रोल छिड़कने की कोशिश की है और शायद कुछ हद तक कामयाब भी हुए पर जो फौरी तौर पर आग लगी लगी वो हमारी गलतियों की वजह से लगी। उसके लिए हमें किसी और को दोषी नहीं ठहराना चाहिए।'
इसलिए बिगड़े हैं हालात
कश्मीर में हालात बीते महीने की 8 जुलाई से ही खराब हैं। सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के एंकाउंटर के बाद से ही वहां हिंसा और कर्फ्यू का दौर जारी है।
इस हिंसा में अब तक 65 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं 2 पुलिसकर्मी भी मारे गए हैं।
कश्मीर में हिंसा के मसले पर संसद में चर्चा भी हुई थी और सरकार की ओर सभी दलों की बैठक बुलाई गई थी। कश्मीर में पैलेट गनों के प्रयोग पर भी काफी विवाद पैदा हुआ।