वैज्ञानिकों की सलाह और वैक्सीन की सप्लाई के आधार पर होगा बच्चों के टीकाकरण का फैसला
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर: कोरोना महामारी के खिलाफ देशभर में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान जारी है। कुछ वैक्सीन का बच्चों पर भी ट्रायल सफल रहा, लेकिन भारत में अभी 18 साल से कम आयुवर्ग को टीका नहीं लगाया जा रहा। अब इस पर कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख वीके पॉल का बयान सामने आया है। उनके मुताबिक 18 से कम आयुवर्ग के लोगों की वैक्सीन पर फैसला सरकार वैज्ञानिकों की सलाह और टीके की उपलब्धता पर लेगी। इस दिशा में काम किया जा रहा है।

पॉल के मुताबिक महामारी से लड़ाई में सरकार अहम भूमिका निभा रही है। अभी संक्रमण कम है, लेकिन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अभी बुरा वक्त खत्म नहीं हुआ है। कई देशों में फिर से मामले बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। टीके पर उन्होंने कहा कि अभी कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतिनिक वी लोगों को दी जा रही है। ये सभी दो खुराक वाले टीके हैं। Zydus Cadila ने 12-18 आयु वर्ग के लिए वैक्सीन तैयार कर ली है। कई देशों ने इसे लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन भारत में फैसला वैज्ञानिकों की सलाह और सप्लाई के आधार पर लिया जाएगा।
पॉल के मुताबिक टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) ये देख रहा है कि ZyCov-D को सबसे इष्टतम उपयोग के लिए कैसे रखा जाना चाहिए। इसे राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में शामिल करने की योजना बनाई जा रही है। जिस वजह से प्रशिक्षण पहले से ही आयोजित किया जा रहा। जल्द ही इस दिशा में अंतिम फैसला हो जाएगा।
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त्योहारों में सतर्कता की जरूरत
डॉ. पॉल के मुताबिक आगामी दिनों में देशभर में कई बड़े त्योहार हैं। ऐसे में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। रूस समेत कई देशों में दो से ज्यादा लहरें देखने को मिली हैं। हमारे देश में वैक्सीन कवरेज अच्छा है, लेकिन खतरा पूरी तरह से नहीं टला। साथ ही जो राज्य टीकाकरण में पिछड़ रहे, उन्हें कड़ी मेहनत करनी चाहिए।