युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस ने किया अरेस्ट, अनुसूचित जाति पर की थी अपमानजनक टिप्पणी
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर: क्रिकेटर युवराज सिंह को अनुसूचित जाति समाज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में हांसी (हिसार, हरियाणा) पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। युवराज सिंह से हिसार स्थित पुलिस विभाग की गजेटिड ऑफिसर मैस में पूछताछ की गई, हालांकि हाईकोर्ट के आदेशों पर युवराज सिंह को औपचारिक जमानत पर छोड़ा गया है। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने बीते साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में युजवेंद्र चहल पर अनुसूचित जाति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी।
दरअसल, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान युजवेंद्र चहल टिकटॉक पर अपने डांस के वीडियो अपलोड करते थे। उसी पर इंस्टाग्राम में रोहित शर्मा के साथ बातचीत करते हुए युवराज सिंह ने अभद्र टिप्पणी की थी। यह कमेंट जातिसूचक था। जिसके बाद युवराज सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर उनका जमकर विरोध हुआ था। जिसके बाद दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कलसन ने हांसी थाना शहर में SC-ST एक्ट व आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
युवराज हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही इस जांच में शामिल होने के लिए हिसार पहुंचे थे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी के सहित चार पांच स्टाफ के लोग और वकील भी चंडीगढ़ से हिसार पहुंचे थे। वहीं दूसरी ओर शिकायतकर्ता रजत कलसन ने आरोप लगाया है कि युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस ने पूरा वीआईपी ट्रीटमेंट दिया। उसके साथ सेल्फी खिंचवाई गईं। ऑफिसर मैस में जूस व स्नेक्स खिलाए गए।
रजत ने बताया कि उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के युवराज सिंह को अंतरिम जमानत दिए जाने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। पूछताछ के बाद हांसी पुलिस अब युवराज सिंह के खिलाफ अदालत में चालान पेश करेगी। इसके बाद युवराज सिंह को विशेष अदालत से नियमित जमानत भी हासिल करनी पड़ेगी।
कर्नाटक कांग्रेस के लिए कैंपेन संभालने वाली फर्म पर IT की रेड
युवराज ने दुनिया के सामने अपनी गलती स्वीकारी थी। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर खेद जताया था। माफी मांगते हुए युवी ने लिखा था, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी जाति, रंग, वर्ण और लिंग को लेकर किसी भी प्रकार की असमानता में भरोसा नहीं किया है। मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है। मैं बिना किसी अपवाद के हर व्यक्तिगत जिंदगी के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं।