जनता की राय: नेहरु के जन्मदिवस पर मोदी को भी बुलाया जाना चाहिए
नई
दिल्ली।
17
और
18
नवंबर
को
कांग्रेस
पार्टी
देश
के
पहले
प्रधानमंत्री
पंडित
जवाहर
लाल
नेहरु
के
125वें
जन्मदिवस
के
मौके
पर
बड़े
स्तर
पर
समारोहों
के
आयोजन
की
तैयारी
कर
चुकी
है।
यह
सभी
समारोह
नई
दिल्ली
स्थित
विज्ञान
भवन
में
आयोजित
होंगे।
इस
मौके
पर
जहां
कांग्रेस
पार्टी
ने
विदेशी
मेहमानों
को
न्योता
भेजा
है
तो
वहीं
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
सिरे
से
नकार
दिया
है।
कांग्रेस से असहमत जनता
भले ही कांग्रेस अपने इस फैसले के पीछे कई तर्क दे और इसके तर्क पर कई राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी राय दे रही हों, जनता का मानना है कि कांग्रेस पार्टी ने ऐसा करके गलत किया है। इंस्टावानी फोर्थलियॉना टेक्नोलॉजीज की ओर से 101 लोगों पर हुए एक सर्वे में तो जो नतीजे आए हैं, वह इसी बात की पुष्टि करते हैं।
61 प्रतिशत लोग कांग्रेस के फैसले के खिलाफ
कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 14 नवंबर यानी नेहरु के जन्मदिवस के मौके पर एक सर्वे कराया गया था। इस सर्वे का मकसद इस मुद्दे पर जनता की राय हासिल करना था। सर्वे में शामिल 101 लोगों में से 61 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने माना कि इस समारोह के लिए मोदी को भी न्यौता भेजा जाना चाहिए।
23 प्रतिशत कंफ्यूज
वहीं सिर्फ 16 प्रतिशत लोग कांग्रेस पार्टी के फैसले के साथ खड़े नजर आए। लेकिन वहीं 23 प्रतिशत लोग ऐसे भी थे जिन्होंने कांग्रेस पार्टी के इस फैसले पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।