Congress President Election: मल्लिकार्जुन ने किया ऐलान,अगर अध्यक्ष बना तो करूंगा 'उदयपुर घोषणा पत्र' लागू
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: Mallikarjun Kharge ने किया ऐलान, अगर अध्यक्ष बना तो करूंगा 'उदयपुर घोषणा पत्र' लागू
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव (Congress President Election): कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए नाम वापस लेने का शनिवार 08 अक्टूबर को आखिरी दिन था। लेकिन, मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) में से किसी भी नेता ने नाम वापस नहीं लिया। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने एक बड़ा ऐलान किया। खड़गे ने कहा, 'अगर वह पार्टी अध्यक्ष चुने जाते हैं तो 'उदयपुर घोषणा पत्र' को लागू करेंगे।'
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मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'अगर वो कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो पार्टी में 50 फीसदी पोस्ट 50 से कम उम्र वाले लोगों को दिए जाएंगे।' यह फैसला उदयपुर में आयोजित कांग्रेस चिंतन शिविर में लिया था और मैं इसे पूरा करुंगा। बता दें, इस घोषणा पत्र की स्वीकृति उदयपुर में हुए कांग्रेस के 'चिंतन शिविर' में दी गई थी। 'उदयपुर घोषणा पत्र' कई प्रस्तावों का कलेक्शन है। इस दौरन उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी निशाना साधा।
तेलंगाना में शनिवार 08 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खड़गे ने कहा, 'कई लोगों ने पाला बदल लिया है, (जो छोड़कर चले गए) उन्होंने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के डर से ऐसा किया न कि पदों के लिए।' इस दौरान 80 वर्षीय नेता खड़गे ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर से मतभेदों पर भी बात की। उन्होंने कहा, 'यह हमारे घर का मामला है। हम सबको मिलकर काम करना है। एक व्यक्ति अकेला काम नहीं कर सकता। "मैं" नहीं "हम" होना चाहिए। निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाएंगे।'
उन्होंने थरूर की उन टिप्पणियों पर भी सहमति जताई, जिसमें थरूर ने कहा कि वो अगर चुने जाते हैं तो पार्टी में व्यापक स्तर पर बदलाव करेंगे। इस दौरान खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में 9,300 मतदाता हिस्सा लेंगे। मैं हर राज्य में मतदाताओं के सामने अपनी बात रखने जा रहा हूं।' खड़गे ने बताया कि मैं राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात सहित अन्य जगहों पर गया। इस दौरान सभी वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे कहा, ऐसे समय में जब सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, तो हमें पार्टी को मजबूत रखना चाहिए।