बैग में सात दिन का सामान लेकर बस में बैठाए गए जेडीएस-कांग्रेस के विधायक
बेंगलुरु। कर्नाटक में सरकार बनाने का खेल लगातार दिलचस्प होता जा रहा है। कांग्रेस को फिलहाल विधायकों को खोने का डर सता रहा है। जिसके लिए वह कोई भी कदम उठाने को तैयार है। बुधवार शाम कांग्रेस और जेडीएस अपने-अपने विधायकों को लेकर राजभवन पहुंचे। जेडीएस और कांग्रेस राज्यपाल के सामने राजभवन में अपने विधायकों की परेड कराने की बात कह रहीं थीं, लेकिन कांग्रेस-जेडीएस के सिर्फ 10 विधायकों को राजभवन में जाने की इजाजत मिली है।
विधायकों को रिसॉर्ट ले जाने की जिम्मेदारी डीके शिवकुमार को दी गई
मिल रही खबर के मुताबिक कांग्रेस और जेडीएस के विधायक खरीद परोख्त के चलते बस से राजभवन पहुंचे। इन विधायकों के हस्ताक्षर लेकर दोनों पार्टियों ने राज्यपाल को सौंप दिए हैं। सूत्रों के अनुसार मिल रही खबर के अनुसार कांग्रेस और जेडीएस अपने विधायकों को किसी रिसोर्ट में ले जाने का प्लान कर रही है। विधायकों को रिसॉर्ट ले जाने की जिम्मेदारी डीके शिवकुमार को दी गई है। दरअसल जिन विधायकों को बस में बैठाकर राजभवन ले जाया जा रहे था। उन सभी के पास बैग मौजूद थे। जिनमें सात दिनों के लिए सामना भी बताया जा रहा है।
कांग्रेस अपने विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए ऐसा कर रही है
कांग्रेस पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता एमबी पाटिल ने कहा हमारी पार्टी में कोई नाराजगी नहीं है। बीजेपी विधायकों को खरीदना चाहती है जो यह नहीं हेन देंगे। राज्यपाल को पहले हमें बुलाया चाहिए। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस अपने विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए ऐसा कर रही है। इसे पहले यह नजारा गुजरात में राज्यसभा चुनावों में देखने को मिला था।
जेडीएस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा
वहीं कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ राजभवन के बाहर हंगामा किया है। कांग्रेस-जेडीएस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की है।
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