कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज बोले अगर सत्ता में होते तो आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते
श्रीनगर। कांग्रेस के नेता सैफुद्दीन सोज ने शुक्रवार को कहा है कि अगर सत्ता में होते तो हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वानी जिंदा होता तो वह उससे बात करते। आपको बता दें कि उनका यह बयान आठ जुलाई को वानी की बरसी से एक दिन पहले ही आया है।
वानी से करते बातचीत
सोज ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, 'अगर मैं सत्ता मे होता तो वानी को मरने नहीं देता। मैं उसके साथ बातचीत करता। मैं उसे यह समझाने की कोशिश करता कि पाकिस्तान और कश्मीर के बीच एक दोस्ती का पुल है और भारत इसे तैयार कर सकता है और वह इसेमें मददगार साबित हो सकता था।' उन्होंने आगे कहा कि अब वह मर चुका है और हमें कश्मीरियों के दर्द को समझना चाहिए। इस बीच वानी की बरसी पर कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। घाटी में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पिछले वर्ष आठ जुलाई को अनंतनाग में हुए एनकाउंटर में वानी की मौत हो गई थी।
घाटी में रहा था पांच माह तक कर्फ्यू
वानी की मौत के बाद से घाटी में कई विरोध प्रदर्शन हुए। वानी की मौत के बाद घाटी में कर्फ्यू लगाया गया और लगातार 54 दिन घाटी कर्फ्यू के साए में रही। कश्मीर में पांच माह तक अशांति रही जिसमें 78 लोगों की मौत हो गई जिसमें दो पुलिस कर्मी भी शामिल थे। पिछले वर्ष के हालातों को देखते हुए जम्मू कश्मीर की सरकार ने अलगाववादी नेता सैय्यद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक को नजरबंद रखा है। इस वर्ष जून तक हिजबुल और लश्कर-ए-तैयबा की ओर से घाटी में 22 आतंकी हमले हुए जिसमें 16 नागरिकों की मौत हुई। इसके अलावा 57 सुरक्षाबल के जवान भी शहीद हुए। सुरक्षाबलों ने करीब 100 आतंकियों को भी मौत के घाट उतारा।