Chandrayaan 2:अरशद वारसी ने वीडियो साझा करके पाक के चांद मिशन का इस तरह से उड़ाया मजाक
नई दिल्ली। इसरो ने जिस तरह से मिशन चंद्रयान-2 को लॉन्च किया और वह चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग से चूक गया, उसके बाद पाकिस्तान के आईटी मिनिस्टर ने भारत का मजाक उड़ाया था। हालांकि पाक के मंत्री का खुद उनके ही देश के लोग जमकर मजाक उड़ा रहे हैं और उनपर निशाना साध रहे हैं। पाकिस्तान के मंत्री के इस मानसिक दिवालियेपन की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है और लोग उनका मखौल उड़ा रहे हैं। इस बीच फिल्म अभिनेता अरशद वारसी ने पाकिस्तान को लेकर ऐसा वीडियो शेयर किया है जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
अरशद ने उड़ाया पाक का मजाक
अरशद वारसी ने एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया है, जिसमे देखा जा सकता है कि एक रॉकेटनुमा गुब्बारे को लोग हवा में उड़ा रहे है। वीडियो को साझा करते हुए अरशद ने लिखा है कि मुझे इस बात की कतई जानकारी नहीं थी कि पाकिस्तान ने भी रॉकेट लॉन्च किया है। अरशद के इस वीडियो को 2.1 हजार लोगों ने साझा किया है, जबकि 14.8 हजार लोगों ने इसे लाइक किया है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को बड़ी संख्या में लोग साझा करके पाकिस्तान का मजाक उड़ा रहे हैं।
ट्रोल हुए पाक के मंत्री
गौरतलब है कि पाकिस्तान के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद चौधरी ने भारतीय मिशन चंद्रयान-2 को लेकर शर्मनाक ट्वीट किया था, उन्होंने लिखा था कि 'जो काम आता नहीं पंगा नहीं लेते ना.... डियर...एंडिया।' जिसके बाद वो इन दिनों ट्विटर पर काफी ट्रोल हो रहे हैं। लोग फवाद चौधरी के 2012 के ट्वीट को लेकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। दरअसल, फवाद चौधरी का 10, फरवरी 2012 का एक ट्वीट वायरल होने लगा जिसमें उन्होंने लिखा था, 'सही उम्र में शादी और एक अच्छी पत्नी आपके कंप्यूटर का 40 जीबी स्पेस बचाती है।' इस ट्वीट के बाद पाकिस्तान के इस मंत्री को लोगों ने जमकर ट्रोल किया। इस ट्वीट को लेकर वे भारत के ट्विटर यूजर्स ही नहीं, अपने देश पाकिस्तान के यूजर्स के निशाने पर भी आ गए।
संपर्क साधने की कोशिश
बता दें कि मिशन के आखिरी पड़ाव में दिशा भटक चुके चंद्रयान 2 लैंडर विक्रम को तलाश लिया गया है। ऑर्बिटर की थर्मल इमेजिंग से लैंडर विक्रम का पता चला है। इसी से इसरो को लैंडर की सही लोकेशन का पता चला है। इसरो के मुताबिक चंद्रयान2 मिशन की सफलता रोशनी वाले लूनर डे ( पृथ्वी के 14 दिन के बराबर) में संभावित हैं और अगले 12 दिन में ग्राउंड स्टेशन लैंडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश करेगा। अंतरिक्ष वैज्ञानिक की मानें तो चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर में वह टेक्नोलॉजी है कि वह गिरने के बाद भी खुद को खड़ा कर सकता है, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि उसके कम्युनिकेशन सिस्टम से संपर्क हो जाए और उसे कमांड रिसीव हो सके।
I had no idea that Pakistan had also launched a rocket... pic.twitter.com/9PjiBhK3qO
— Arshad Warsi (@ArshadWarsi) September 9, 2019
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