सीबीआई की प्रेस कॉन्फ्रेंस, लालू और परिवार पर धोखाधड़ी-साजिश का केस दर्ज
नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया है। CBI ने शुक्रवार सुबह लालू के 12 ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद मामले की पूरी जानकारी एक प्रेस वार्ता के दौरान दी।
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मिली यह जानकारी
प्रेस वार्ता के दौरान CBI के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने जानकारी दी कि पटना, रांची, भुवनेश्वर,गुरुग्राम में सुबह साढ़े 7 बजे से हो रही है और अभी जारी है। राकेश ने जानकारी दी कि 5 जुलाई 2017 को CBI ने लालू, तेजस्वी, राबड़ी देवी, सरला गुप्ता, विजय कोचर, विनय कोचर , मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड और IRCTC के MD रहे पीके गोयल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
65 लाख की जमीन 32 लाख में!
राकेश ने प्रेस वार्ता में कहा कि IPC की धारा 120 B, 420, Prevention of Corruption Act, 1988 की धारा 31 D और 32 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। राकेश ने कहा कि आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि 65 लाख की जमीन 32 लाख रुपए में दी।
लालू ने पहुंचाया फायदा
प्रेस वार्ता के दौरान राकेश ने कहा कि होटल को लीज पर देने के लिए नियमों में ढील दी गई। बताया गया कि प्राथमिक शिकायत के बाद की गई जांच के बाद ही छापेमारी की कार्रवाई की गई। CBI की ओर से कहा गया है कि लालू ने फायदा पहुंचाया है। रांची और पुरी के होटल आवंटन में गड़बड़ी की गई है।
रांची में हैं लालू
मिली जानकारी के अनुसार साल 2006 मे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार में रेल मंत्री रहे लालू पर होटल आवंटन में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। CBI ने आवंटन से जुड़े सुजाता समूह के रांची, पुरी और पटना स्थित होटल चाणक्य पर भी छापा मारा है। CBI ने लालू की पत्नी राबड़ी देवी के पटना स्थित 10 सर्कुलर आवास पर भी छापेमारी की है। वहीं लालू आज रांची में मौजूद हैं क्योंकि चारा घोटाले से जुड़ी सुनवाई आज विशेष अदालत में होनी है।
लोकतंत्र का सबसे काला दिन
इस मसले पर राजद प्रवक्ता मनोज झा ने आज भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन है। हम इससे झुकेंगे नहीं। हम कानूनी और राजनीतिक रूप से लड़ेंगे। वहीं सूत्रों की मानें तो जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने प्रवक्ताओं को इस आशय का फरमान जारी किया है कि वो लालू और उनके घर पर पड़े CBI के छापे पर कोई बयान ना दें।
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