बॉर्डर पर BSF की महिला जवान, पाकिस्तान को दे रही हैं तगड़ा जवाब
रबिंदर कौर और अनुबाला बीएसएफ की उन 90 महिला सैन्यकर्मियों में शामिल हैं जिन्हें जम्मू के 192 किमी में फैले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात किया गया है।
आरएसपुरा (जम्मू)। सीमा पर तनाव के बीच बीएसएफ जवानों ने मोर्चा संभाल रखा है। इनमें महिला बीएसएफ जवान भी शामिल हैं। खराब हालात में भी ये महिला बीएसएफ जवान अपने दुश्मनों को तगड़ा जवाब देने को तैयार है।
मोर्चे पर बीएसएफ की महिला जवान
सूर्योदय के साथ ही कॉन्स्टेबल रबिंदर कौर और अनुबाला 5.56 एमएम इंसास राइफल्स कंधे पर लेकर बॉर्डर की सुरक्षा में जुट जाती हैं।
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जम्मू में बॉर्डर आउटपोस्ट पर ये महिलाएं मार्च करती हैं और दुश्मनों की हर हरकत का मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार नजर आती हैं।
टीओआई में छपी खबर के मुताबिक बीएसएफ जवानों की तरह ही बीएसएफ की ये महिला जवान भी पाकिस्तानी रेंजर्स को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार नजर आती हैं।
बॉर्डर पर तैनात हैं बीएसएफ की 90 महिला सैन्यकर्मी
बीएसएफ की ये महिला सैन्यकर्मी अपनी मीडियम मशीन गन (एमएमजी) और मोर्टार चलाने में ट्रेंड हैं। अगर पाकिस्तान सीजफायर का उल्लंघन करता है और इनके इलाके में फायरिंग करके किसी भी स्थानीय निवासी या फिर इनके साथी को नुकसान पहुंचाता है तो ये महिला कॉन्स्टेबल उन्हें करार जवाब देने को तैयार दिखती हैं।
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रबिंदर कौर और अनुबाला बीएसएफ की उन 90 महिला सैन्यकर्मियों में शामिल हैं जिन्हें जम्मू के 192 किमी में फैले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात किया गया है। रबिंदर जम्मू की रहने वाली हैं। उनके पति आस्ट्रेलिया में नौकरी करते हैं। रबिंदर कहती हैं कि हम नई महिला शक्ति हैं।
रबिंदर कौर कहती हैं कि हम लोग भी जवाब देंगे और ऐसा जवाब देंगे की 100 साल तक याद रखेंगे कि महिला कॉन्स्टेबल्स की ताकत क्या होती है?
कुछ महिला सैन्यकर्मी घर-परिवार से दूर कर रही हैं बॉर्डर की सुरक्षा
बीएसएफ की इस महिला सैन्यकर्मियों की उम्र लगभग 23 से 30 साल है। इन महिला सैन्यकर्मियों में कुछ अपने परिवार के साथ बटालियन के मुख्यालय में रहती हैं। वहीं कुछ सैन्यकर्मी अपने बच्चे, पति और परिवार को छोड़ कर बॉर्डर की सुरक्षा के लिए आई हैं।
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2008 से बीएसएफ में तैनात अनुबाला कहती हैं कि पठानकोट में हमारे गांव के बड़े-बुजुर्गों ने हमें आशीर्वाद देकर यहां भेजा है।
उन्होंने कहा कि हमारी बहू और बेटियों ने हमारा नाम रोशन किया है। इन महिला सैन्यकर्मियों में कुछ की तैनाती और भी संवेदनशील इलाकों जैसे अखनूर, अरनिया और आरएसपुरा में की गई है।