जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद सुखबीर बादल ने दिया भाजपा को समर्थन, बोले- अब कोई मनमुटाव नहीं
नई दिल्ली। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के मुखिया सुखबीर सिंह बादल ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच आज (बुधवार) दिल्ली में ये मुलाकात हुई है। दोनों पार्टियों के अध्यक्षों के बीच ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब दोनों दलों में रिश्ते सहज नहीं हैं। मुलाकात के बाद सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि ये कोई राजनीति गठबंधन नहीं बल्कि भावनात्मक गठबंधन है जो राष्ट्रहित और शांति के लिए है। हमने भाजपा के साथ अपना गठबंधन कभी नहीं तोड़ा, हमने बस अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया था। कुछ मसले थे, जो सुलझा लिए गए हैं।
Recommended Video
भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा ने कहा, भारतीय जनता पार्टी का शिरोमणि अकाली दल के साथ सबसे पुराना और मजबूत गठबंधन है। जब-जब एनडीए की सरकार आती है तब-तब सिख समुदाय के मुद्दों को हल किया जाता है। शिरोमणि अकाली दल ने दिल्ली चुनाव में भाजपा को समर्थन देने का फैसला किया है। जेपी नड्डा ने मुलाकात दिल्ली चुनाव में समर्थन के लिए बादल का धन्यवाद किया।
बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल लंबे समय से दिल्ली में मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ते आ रहे हैं, लेकिन इस बार दोनों दल अलग हो गए हैं। शिअद ने सीएए लेकर नाराजगी जताते हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा से अलग रहने का फैसला किया था।
हाल ही में शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भाजपा के साथ ना लड़ने का ऐलान करते हुए कहा था कि सीटों के बंटवारे को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। सारा मसला केवल सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर फंसा। बीजेपी की तरफ से अकाली दल पर अपने स्टैंड से पीछे हटने का दबाव बनाया जा रहा था। सिरसा ने कहा, प्रकाश जावड़ेकर के साथ अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की मीटिंग हुई। उनकी तरफ से यही कहा गया कि हम सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर बीजेपी के पक्ष का समर्थन करें, जबकि अकाली दल का इस बारे में शुरू से ही स्पष्ट मत रहा है कि हम धर्म के आधार पर किसी को नागरिकता देने या ना देने के फैसले के खिलाफ हैं।
बिहार: सीएए के विरोधी और समर्थकों में आए आमने-सामने, चली लाठियां, 15 घायल