यूपी में ब्राह्मण वोट 'दुरुस्त' करने की भाजपा ने अपनाई खास रणनीति! जानिए चल क्या रहा है ?
नई दिल्ली, 26 दिसंबर: उत्तर प्रदेश में काफी समय से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की सरकार से ब्राह्मण समाज के खुश नहीं होने जैसी बातें कही जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने को लेकर विपक्ष के भारी दबाव को भी मोदी सरकार ने अनसुना कर दिया है, तो इसके पीछे भी यही कारण होने की दलील दी जा रही है। इन सब सियासी कयासों और अटकलों की बीच आज दिल्ली में पार्टी के प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीजेपी के दिग्गज ब्राह्मण चेहरों के साथ एक बैठक की है, जिसको लेकर कहा जा रहा है कि यह ब्राह्मण वोट बैंक दुरुस्त करने की कवायद है।
ब्राह्मणों को लेकर विपक्ष फैला रहा है अफवाह- भाजपा
मोदी सरकार गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की विपक्ष की मांग नहीं सुन रही है, तो विरोधी दल आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण वोट दुरुस्त करने के लिए ऐसा कर रही है। लेकिन, यूपी में ब्राह्मण समुदाय के कथित तौर पर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से नाराजगी के दावों पर रविवार को प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने विरोधियों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है,'यह सिर्फ एक अफवाह और झूठी खबर है, जो कि विपक्ष फैला रहा है। अगर कोई पार्टी ब्राह्मणों का सम्मान करती है तो वह भारतीय जनता पार्टी है। हमारी पार्टी में कई लोग (ब्राह्मण) काम कर रहे हैं, मंत्री से लेकर पार्टी के कार्यकर्ता तक। बीजेपी जातिवाद की राजनीति करती भी नहीं है। बीजेपी सिर्फ विकास के मुद्दे पर बढ़ रही है और इस खास मुद्दे (विकास) पर वे (विपक्षी दल) क्लीन-बोल्ड हो चुके हैं। विपक्ष के पास कहने के लिए कुछ नहीं है और इसी वजह से बीजेपी के लिए गलत धारणा बनाई जा रही है। वे अपने इरादे में सफल नहीं होंगे, उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है।'
विपक्ष के असली रंग को लोग पहचानते हैं- बीजेपी
योगी के मंत्री और प्रदेश में बीजेपी के ब्राह्मण चेहरों में से एक श्रीकांत शर्मा ने कहा कि यूपी के लोग विपक्ष के असली रंग को पहचानते हैं और जब वे सत्ता में थे तो सिर्फ लूट-तंत्र को प्रोत्साहित करते थे। उन्होंने आरोप लगाया कि, 'उन्हें (विपक्ष को)विकास से कोई लेना-देना नहीं है। पहले जब वे सरकार में थे तो सिर्फ भूमि और शराब माफिया को बचाने का काम करते थे।' जबकि, बीजेपी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के मंत्र को लागू कर रही है। 'इस आधार पर 2022 में प्रत्येक बूथ पर कमल खिलेगा।'
यूपी में ब्राह्मण वोट 'दुरुस्त' करने की खास रणनीति!
दरअसल, 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश के पार्टी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर एक बैठक हुई है। सूत्रों के मुताबिक इसमें ब्राह्मण वोट को दुरुस्त करने को लेकर पार्टी के विधायकों और सांसदों को बुलाया गया। इस बैठक में यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मंत्री श्रीकांत शर्मा, सतीश द्विवेदी, ब्रिजेश पाठक, आनंद स्वरूप शुक्ला, जितिन प्रसाद जैसे (ब्राह्मण) नेता मौजूद थे। इनके अलावा भाजपा सांसद हरिद्वार दुबे और रीता बहुगुणा जोशी भी शामिल थे। जाहिर है कि पार्टी के सारे दिग्गज ब्राह्मण चेहरों को भाजपा ने एक जगह बुलाया है तो वह विपक्ष को जवाब देने की ही रणनीति बना रही है। इस बीच खबरें हैं कि ब्राह्मणों के बीच में जाने के लिए पार्टी ने चार सदस्यीय कमिटी भी बनाई है। इसके अलावा पार्टी सभी बड़े ब्राह्मण चेहरों को सभी 403 सीटों पर भी भेजेगी।
यूपी में ब्राह्मण सम्मेलन भी आयोजित करवा चुकी है भाजपा
इससे पहले बीजेपी यूपी में ब्राह्मण सम्मेलनों का भी आयोजन करवा चुकी है। पार्टी ब्राह्मणों के बीच किसी भी तरह की गलतफहमी को दूर करने पर पूरा जोर लगा रही है। इसको लेकर रविवार की बैठक बहुत ही अहम है। सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्र प्रधान समुदाय के नेताओं से फीडबैक लेकर आगे की योजना तैयार करेंगे, ताकि यह समुदाय बीजेपी के साथ एकजुट रहे।