सेना प्रमुख बिपिन रावत बोले- स्वदेशी हथियारों से अगली जंग में होगी हमारी जीत
नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को भविष्य के खतरों को देखते हुए सेना की तैयारियों के बारे में बात की। भारतयी रक्षा अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) के एक कार्यक्रम में बिपिन रावत ने बताया कि हम अब भाविष्य में इस्तेमाल होने वाले हथियार के बारे में सोच रहे हैं जिससे आने वाले खतरों से निपटा जा सके। सेना प्रमुख ने साइबर, स्पेस और लेजर टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
मंगलवार को डीआरडीओ में हुए इस कार्यक्रम में जनरल रावत और नेवी प्रमुख चीफ एडमिरल करमबीर सिंह दोनों ने ही टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने को कहा। बिपिन रावत ने कहा कि हमें साइबर, स्पेस, लेजर, इलेक्टॉनिक और रोबोटिक टेक्नोलॉजी पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि हमें अब ऐसे हथियार तैयार करने होंगे जो भाविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें। डीआरडीओ ने देश के लिए कई ऐसे काम किये हैं जिनसे सेना को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है हम भाविष्य की चुनौतियों को स्वदेशी हथियारों के दम पर ही जीतेंगे।
नेवी
प्रमुख
ने
दी
ये
सलाह
बिपिन
रावत
से
पहले
नेवी
प्रमुख
चीफ
एडमिरल
करमबीर
सिंह
ने
भी
इस
कार्यक्रम
में
कहा
कि
हमें
तीन
मोर्चों
पर
काम
करने
की
जरूरत
है।
उन्होंने
कहा,
हमें
भविष्य
में
इस्तेमाल
होने
वाली
टेक्नोलॉजी
की
तैयारी
अभी
से
करनी
होगी
हमें
आज
की
टेक्नोलॉजी
का
भी
भरपूर
उपयोग
करना
होगा।
साथ
ही
हमें
अमेरिका
से
सीखने
की
जरूरत
है
कि
वह
किस
तरह
आगे
बढ़
रहा
है
और
अपने
प्रोजेक्ट
को
कैसे
काम
करता
है।
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इसके साथ ही नेवी प्रमुख ने कहा, डीआरडीओ को छोटे इनोवेशन करने होंगे जो सेना की मदद के लिए जल्दी तैयार हो सकें। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर डीआरडीओ की बिल्डिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल मौजूद रहे। सभी ने एपीजे अब्दुल कलाम की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की।