बिहार के मोकामा में बालिक गृह से 7 लड़कियां फरार, प्रशासन के फूले हाथ-पांव
मोकामा। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम की घटना की जांच भी अभी पूरी नहीं हुई कि इससे जुड़ी एक और खबर सामने आई है। मोकामा स्थित नाजरथ अस्पताल द्वारा चलाए जा रहे शेल्टर होम से सात लड़कियां फरार हो गई है. इस मामले से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि जो 7 लड़कियां फरार हुई हैं उसमें से पांच लड़कियां मुजफ्फरपुर कांड की पीड़िता बताई जा रही है। पटना के डीएम कुमार रवि ने कहा कि सात लड़कियों के फरार होने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। हम उनको खोजने में जुटे हुए हैं।
ऐसे में इनके फरार होने के बाद से शासन प्रशासन के होश उड़े हुए हैं। क्योंकि यहीं लड़कियां मुजफ्फरपुर मामले की अहम गवाह भी हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि ये लड़कियां सुबह साढ़े तीन बजे से गायब हैं। ये लड़कियां शेल्टर होम में लगे ग्रिल को काटकर फरार होने में सफल हुई हैं। लड़कियों के फरार होने के बाद अब पुलिस उनको खोजने में जुटी हुई हैं। खबर लिखे जाने तके लड़कियों का कोई अता पता नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि फरार लड़कियों में से एक ने हाल ही में कलाई का नस काटने का प्रयास किया था, जिसके बाद पटना के एम्स में उसका इलाज कराया गया था।
मामले की जांच में जुटी पुलिस शेल्टर होम के कर्मचारिओं के अलावा वहां पहले से रह रही बाकी लड़कियों से भी पूछताछ कर रही है ताकि फरार लड़कियों के बारे में उनको कुछ सुराग मिल सके। मीडिया रिपोर्ट की माने तो जिस शेल्टर होम से लड़कियां फरार हुई हैं उसका संचालन नाजरथ सोसायटी द्वारा संचालित एनजीओ करता है। लोगों का कहना है कि एनजीओ की लापरवाही की वजह से ये लड़कियां फरार हुई हैं। लोगों ने शेल्टर होम पर सवाल उठाते हुए कहा कि एनजीओ द्वारा संचालित बालिक गृह में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को भी नहीं जाने दिया जाता था। कई बार निरीक्षण के लिए गई पुलिस को भी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
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