बिहार में 32 साल के बूढ़े पा रहे हैं वृद्धा पेंशन, RTI मेंं खुलासा
पटना (मुकुंद सिंह)। बिहार का एक ऐसा गांव जहां 32 साल में ही लोग बुढ़े हो जाते हैं। अगर इस बात का कारण आप सुनेंगे तो आपके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जायेगी।
OMG! 'शिक्षा नीति' लिखने नहीं आता 'DEAR' लिखने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री को
दरअसल बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया प्रखंड स्थित अमेठी पंचायत के विश्वंभरपुर गांव में मात्र 32 साल में ही लोग बूढ़े हो जाते हैं क्योंकि उन्हें वृद्धा पेंशन चाहिए होती है। जिसके लिए इस गांव के लोग सरकारी बाबूओं की मदद से अपने आप को कागज पर बूढ़ा दर्शा देते हैं और पेंशन का लाभ उठाते हैं।
बिहार में 32 साल के बूढ़े पा रहे हैं वृद्धा पेंशन, RTI मेंं खुलासा
हैरत की बात तो यह है कि आज तक सरकार को चूना लगाने वाले इस ग्रामीणों के बारे में किसी ने संज्ञान नहीं लिया है। इस बात का खुलासा विश्वंभरपुर गांव निवासी दिवाकर कुमार ने आरटीआई के जरिये किया है।
सरकारी बाबू भी भ्रष्टाचार में लिप्त
जिसके मुताबिक गांव के उपेन्द्र मिश्रा (53 वर्ष), सचिन्द्र भगत (51 वर्ष), संतोष कुमार भगत सचिन्द्र भगत (34 वर्ष), रविन्द्र मिश्रा (48 वर्ष), सतीश मिश्रा (43 वर्ष), मुनी देवी (38 वर्ष), फूलवती देवी (48 वर्ष), अनीता देवी (32 वर्ष), सुनीता देवी (54 वर्ष), कमल प्रसाद कुशवाहा (45 वर्ष) समेत दो दर्जन से अधिक ऐसे लोग हैं, जो घपलेबाजी के चलते मात्र 32 साल में भी वृद्दा पेंशन योजना का लाभ उठा रहे हैं।
एसडीओ रंजीता ने कड़ी जांच की बात कही
जबकि नियम के मुताबिक वृद्धा पेंशन उन्हीं को दिया जाता है जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक हों। लेकिन इस गांव में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी पाए गई है जिसे संज्ञान में लेते हुए एसडीओ रंजीता ने इसकी जांच खुद करने की बात कही है और भरोसा दिलाया है कि जांच में दोषी पाए जाने वाले को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जायेगा और जितने पैसे उन्होंने लिये सब वापस लिये जायेंगे।