रिलीज के एक दिन बाद ही रोकी गई बांग्ला फिल्म 'भोविष्योतर भूत' की स्क्रीनिंग
कोलकाता। राजनीतिक व्यंग्य से जुड़ी एक बंगाली फिल्म 'भोविष्योतर भूत' की स्क्रीनिंग अचानक रोक दी गई है। इस फिल्म को कोलकाता के सिनेमा हॉल्स से हटा दिया गया है। कोलकाता के विभिन्न मल्टीप्लेक्स एवं सिंगल स्क्रीन सिनेमाघरों में इस फिल्म को दिखाने पर रोक लगा दी गई है। शुक्रवार को रिलीज होने के बाद से कई स्थानों पर उसके शो हाउसफुल रहे।
फिल्म निर्देशक अनिल दत्ता ने आरोप लगाया कि थियेटर के मालिकों को शनिवार से फिल्म नहीं दिखाने पर मजबूर किया जा रहा है जबकि शुक्रवार को रिलीज होने के बाद से कई स्थानों पर उसके शो हाउसफुल रहे थे। फिल्म निर्देशक ने बताया कि इसे राज्य भर के 40 सिनेमाघरों में दिखाया जा रहा था।
दत्ता ने कहा कि विभिन्न समूहों ने लोकतांत्रिक अधिकारों को बरकरार रखने के लिए रविवार को मेट्रो वाई चैनल पर एक विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि 'मुझे उनके द्वारा आमंत्रित किया गया है। सौमित्र चटर्जी जैसी वरिष्ठ फिल्मी हस्तियां अपना समर्थन पत्र के माध्यम से भेजेंगी। हम जानना चाहते हैं कि ऐसा किस लिए किया जा रहा है।' अपनी पहली फिल्म 'भूतर भबिषत' के लिए 2012 में दत्ता की जमकर सराहना की गई थी। दत्ता ने कहा कि उनकी नयी फिल्म 'बेशक एक सामाजिक कमेंट्री' है।
कुछ राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए इस फिल्म को सिनेमाहॉल से हटाने का आदेश दिया गया है शुक्रवार को रिलीज़ हुई फिल्म एक कॉमेडी है जो मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य की को दर्शाती है। शनिवार को राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल में लगभग सभी मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन थिएटरों से इस फिल्म को हटा लिया गया। जिसके बाद निर्देशक ने कहा कि बिना कारण ऐसे क्यों किया जा रहा है जबकि फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिली थी।