बजट सत्र में जेटली ने कहा- नोटबंदी के बाद हुई कार्रवाईयों से बरामद हुए 513 करोड़ रुपए कैश
बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री संतोष गंगवार ने सदन में लिखित में विमुद्रीकरण से जुड़े सवालों के जवाब दिए।
नई दिल्ली। कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के फलस्वरूप नोटबंदी के बाद से अब तक 1,100 सर्च और करीब 5100 नोटिसें जारी की जा चुकी हैं। ये कार्रवाइयां वहां की गई है जहां बड़ी मात्रा में कैश जमा होने की सूचना थी।
इन कार्रवाइयों के चलते करीब 610 करोड़ की संपत्ति और 513 करोड़ रुपए की करेंसी नकदी में बरामद हुई। यह जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही के दौरान लिखित में दी।
जेटली की ओर से लिखित जवाब में कहा गया है नोटबंदी के बाद 9 नवंबर से 10 जनवरी 2017 तक, 1100 से ज्यादा सर्च किए जाने के साथ ही 5100 नोटिंसें जारी कि गईं।
जेटली, सदन में उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें यहां पूछा गया था कि 8 नवंबर को विमुद्रीकरण के बाद सरकार का उद्देश्य पूरा हुआ? सदन में जवाब दिया गया कि 10 जनवरी तक चली छानबीन में 5400 करोड़ रुपए से ज्यादा अघोषित आय का खुलासा हुआ।
एक अन्य जवाब में केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि 8 नवंबर 2016 को 17,165 लाख 500 और 6,858 लाख 1,000 के नोट सर्कुलेशन में थे। भारतीय रिजर्व बैंक के चेस्ट में 12.44 लाख रुपए 10 दिसबंर 2016 तक आए थे।
जेटली ने कहा कि विमुद्रीकरण के जरिए जीडीपी को बड़ा, स्पष्ट और वास्तविक रखे जाने की कोशिश की गई। यह सरकार की ओर से कालाधन, भ्रष्टाचार, जाली करेंसी और आतंकियों के लिए होने वाली फंडिंग पर रोक लगाने की प्रक्रिया का एक हिस्सा था। ये भी पढ़ें: राज्यसभा सांसद की अपील, पाकिस्तान को घोषित किया जाए आतंकी राष्ट्र