मणिपुर फेक एनकाउंटर: आर्मी ऑफिसर पर सीबीआई ने दर्ज किया हत्या का केस
मणिपुर। हत्या से जुड़े एक मामले में सीबीआई ने सेना के एक अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक असम राइफल्स के मेजर विजय सिंह बलहारा और सात अन्य जवानों पर 12 साल के आजाद खान की हत्या का आरोप लगा है। सभी पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश संतोष हेगड़े के नेतृत्व में गठित आयोग ने इस मामले को 4 मार्च 2009 को फर्जी मुठभेड़ करार दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, जिस छात्र की हत्या हुई वह सातवीं कक्षा में पढ़ता था। उसका आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं था। कथित तौर पर हत्या से पहले ही उसे घर से उठाया गया था और करीब दो महीने पहले हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और दूसरे कड़े आरोपों के सिलसिले में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। दूसरी तरफ सुरक्षा बलों के तथ्यों के मुताबिक मृतक पर पीपुल्स यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट से जुड़े होने का संदेह जताया गया था, जो कि स्थानीय सरकार के अनुसार प्रतिबंधित नहीं है।
आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आजाद के परिवार ने कहा कि आजाद और उसका दोस्त कियाम आनंद सिंह घर के बरामदे में अखबार पढ़ रहे थे, जहां उनके माता-पिता और रिश्तेदार भी मौजूद थे। उन्होंने रिपोर्ट में कहा, 'सुबह करीब 11 बजकर 50 मिनट पर 30 सुरक्षाकर्मी घर पर आए और आजाद को पास के खेत में ले गए जहां परिवार वालों के विरोध के बावजूद उसे बेरहमी से पीटा गया।' रिपोर्ट के मुताबिक आजाद के माता-पिता, रिश्तेदार और दोस्तों को एक कमरे में बंद कर दिया गया, लेकिन वे खिड़की से देख सकते थे कि पिटाई के बाद एक कमांडो द्वारा उसे गोली मार दी गई और बाद में उसके शव के पास पिस्तौल फेंक दी गई।