National Highways की लंबाई आंध्र प्रदेश में दोगुनी हुई, आठ साल में रिकॉर्ड गति से बनी सड़कें
National Highways आंध्र प्रदेश में काफी तेजी से बनाए जा रहे हैं। आठ साल में रिकॉर्ड गति से बनी सड़कों के कारण प्रदेश में हाईवे की लंबाई दोगुनी हो गई है।
आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway alias NH) की लंबाई 8 साल में दोगुनी हो गई है। आंध्र प्रदेश में 2014 में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 4,193 किलोमीटर थी जो अब 8,000 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर चुकी है। प्रदेश में नेशनल हाईवे की जारी परियोजनाओं की लंबाई लगभग 1,050 किलोमीटर हैं। इनके लिए लगभग 10,300 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं। विशाखापत्तनम-भोगापुरम बीचफ्रंट रोड भी प्रस्तावित है। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) मार्च 2023 तक पूरी होने की संभावना है। बीच फ्रंट रोड का निर्माण शुरू होने पर यह तटीय राजमार्ग गलियारा विशाखापत्तनम से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के विकल्प के रूप में काम करेगा। इससे भविष्य में विशेष रूप से उन लोगों को फायदा होगा जो भोगापुरम हवाई अड्डे की ओर जाना चाहते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आंध्र प्रदेश में वर्तमान में कई प्रमुख सड़क परियोजनाओं पर काम हो रहा है। इनमें विशाखापत्तनम-रायपुर आर्थिक गलियारा, लगभग 50 किलोमीटर का छह-लेन का आनंदपुरम-अनकापल्ली राजमार्ग, काकीनाडा एंकरेज बंदरगाह से संपर्क बेहतर बनाने पर काम, रेनिगुंटा से नायडूपेटा, बेल्लारी-कृष्णापटनम बंदरगाह जाने वाले एनएच-71 को छह लेन का बनाया जाना शामिल है।
राजमुंदरी से विजयनगरम तक एक राजमार्ग भी प्रमुख प्रोजेक्ट है। इससे संयुक्त पूर्वी गोदावरी, विशाखापत्तनम, और विजयनगरम जिलों के जनजातीय इलाकों को जोड़ा जाएगा। विश्व बैंक की ऋण सहायता से हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारा परियोजना पर भी काम हो रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने हाल ही में लगभग 13,000 करोड़ रुपये की बेंगलुरु-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे परियोजना को विकसित करने के लिए टेंडर जारी किया है। राजमार्ग से यात्रा का समय घटकर आधा रह जाने की उम्मीद है। अभी 12-14 घंटे लगते हैं। हाईवे तैयार होने के बाद महज छह घंटे में सफर पूरा किया जा सकेगा।