अमिताभ बोले, मैं जनता से किया वादा नहीं निभा पाया
मुंबई। अमिताभ बच्चन ने अपने जीवन के बारे के कई अनछुए पहलुओं का जिक्र करते हुए उस बात का खुलासा किया है, जिसके लिए आज भी उनका दिल दुखता है।
अमिताभ बच्चन का कहना है कि एक सांसद के तौर पर इलाहाबाद के लोगों ने जो प्यार उन्हें दिया, वो उसका मोल ना चुका पाए। अमिताभ का कहना है कि जो वादे उन्होंने इलाहाबाद की जनता से किए वो उन्होंने पूरे नहीं किए जिसका उन्हें आज भी दुख है।
अमिताभ बच्चन के फिल्मी करियर के बारे में तो बाते होती रहती हैं लेकिन पूर्व सांसद अमिताभ अपने राजनीतिक जीवन पर बोलने से बचते रहते हैं। अमितभ 1984 में इलाहाबाद से बड़े अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा का चुनाव जीते थे। राजनीति के मैदान में अमिताभ की पारी बहुत लंबी ना चली और तीन साल बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
भावनाओं में आकर लिया चुनाव लड़ने का फैसला
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अमिताभ ने अपनी जिंदगी को लेकर कई बातें की हैं। अमिताभ ने कहा कि उनका 1984 में चुनाव लड़ने का फैसला सही नहीं था। उन्होंने जैसी उम्मीद की थी, राजनीति उससे कई गुना मुश्किल निकली। वो बहुत जल्दी ही ये समझ गए कि राजनीति उनके बस की बात नहीं है और वो राजनीति से दूर हो गए।
अमिताभ बच्चन ने कहा कि उन्होंने राजनीति में जाने का फैसला भावनाओं में आकर लिया, लेकिन राजनीति में भावनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे में उनकी राजनीति लंबी नहीं चली।
अमिताभ बच्चन ने राजीव गांधी के कहने पर ही चुनाव लड़ा था, ऐसे में ये सवाल भी किया जाता है कि क्या अमिताभ के राजनीति से हटने के फैसले ने दोनों के बीच दूरी ला दी थी? अमिताभ का कहना है कि वो हमेशा राजीव गांधी के दोस्त रहे।