नोट बैन से परेशान लोगों के लिए ढाबे ने दी विशेष सुविधा, दे रहा है उधार
1000-500 के नोट पर बैन के बाद इस ढाबा मालिक की कोशिश, कोई भूखा ना रहे।
महाराष्ट्र। केंद्र सरकार के 1000 और 500 के नोट बैन करने के बाद जब कई अपने करीबी भी उधार देने के इंकार कर रहे हैं, ऐसे में हाइवे पर एक ढ़ाबे वाला यात्रियों को कहे कि खाना खाइए और पैसे फिर कभी आ जाएंगे तो कोई भी चौंक तो जाएगा ही ना।
प्रधानमंत्री मोदी ने 8 नवंबर की शाम को 500 और 1000 को नोट पर बैन की घोषणा कर दी है। देश में ज्यादातर करेंसी बड़े नोटों में होने के कारण देशभर में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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बैंकों के सामने पिछले छह दिनों से एक-एक किमी तक की लाइनें देखने को मिल रही हैं। एटीएम मशीनों के सामने लंबी भीड़ है। ऐसे में कहीं घूमने के लिए निकले लोग इस फैसले से अचानक असहाय हो गए हैं।
किसी यात्री के 1000 और 500 के नोट अगर नहीं चलेगे तो वो भूखे रहने को मजबूर हो जाएगा, ऐसे में महाराष्ट्र के अकोला में एक ढाबे पर लगा बोर्ड हर किसी का ध्यान खींच रहा है।
नेशनल हाइवे 6 पर स्थित इस ढाबे पर एक बोर्ड लगाया गया है, जिस पर लिखा है 'अगर आपके पास सिर्फ 500 और 1000 के नोट हैं और आपको भूख लगी है तो घबराने की जरूरत नहीं है। आइए और पेटभर खाइए, बाद में आकर पैसे दे जाना।'
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लोगों की परेशानी देख लिया फैसला: ढाबा मालिक
ढाबे के मालिक संदीप पाटिल का कहना है कि गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के यात्री बड़ी संख्या में हाइवे से गुजरते हैं।
उन्होंने कहा कि नोट बैन होने के बाद उन्होंने देखा कि किस तरह से कुछ परिवार बच्चों के दूध तक के लिए परेशान हैं, ऐसे में उन्होंने ये फैसला किया है। पाटिल का कहना है कि ढाबे के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं।
पाटिल के ढाबे के बाहर लगा ये बोर्ड मुसाफिरों का काफी ध्यान खींच रहा है। जो लोग उनके ढाबे पर रुक रहे हैं, वो ढाबे मालिक की तारीफ भी कर रहे हैं।
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आपको बता दें कि 8 नवंबर को पीएम मोदी ने देशभर में 1000 और 500 के नोट पर पाबंदी लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद देश में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों के सामने लंबी लाइनें हैं, लोग रात-रातभर बैंक के सामने बैठे रहते हैं। विपक्ष की राजनीतिक पार्टियां भी पीएम के फैसले की आलोचना कर रही हैं।