पांच साल की मुस्लिम बच्ची का कमाल, भगवद गीता गायन प्रतियोगिता में मारा मैदान
गीता गायन प्रतियोगिता जीतने वाली बच्ची का नाम फिरदौस है। ये प्रतियोगिता बुधवार को हुई, जिसमें फिरदौस ने वरिष्ठ प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए टॉप रैंक हासिल की।
नई दिल्ली। मुस्लिम समुदाय की पांच साल की एक बच्ची ने भगवद गीता गायन प्रतियोगिता में अव्वल स्थान हासिल करके सबको चौंका दिया। उड़ीसा के तटीय जिले केंद्रपाड़ा की रहने वाली इस बच्ची ने भगवत गीता का सस्वर पाठ किया। इस बच्ची का अंदाज बेहद खास था। प्रतियोगिता में दूसरे प्रतियोगियों के मुकाबले में बच्ची का गायन खास रहा।
ओडिशा में आयोजित प्रतियोगिता में फिरदौस का कमाल
गीता गायन प्रतियोगिता जीतने वाली बच्ची का नाम फिरदौस है। ये प्रतियोगिता बुधवार को हुई, जिसमें फिरदौस ने वरिष्ठ प्रतियोगियों को पछाड़ते हुए टॉप रैंक हासिल की। फिरदौस कक्षा एक की छात्रा है। वो सोवानिया रेजिडेंशियल स्कूल में पढ़ती है। फिरदौस ने उस उम्र में गीता का पाठ याद कर लिया जब उसकी उम्र के बच्चे अक्षर ज्ञान हासिल करते हैं।
गीता गायन प्रतियोगिता के निर्णायकों की टीम में शामिल बिराजा कुमार पति ने फिरदौस की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि फिरदौस विलक्षण प्रतिभा की धनी है, वह गीता गायन प्रतियोगिता में 6 से 14 साल की उम्र के प्रतियोगियों में अव्वल रही। फिरदौस के प्रदर्शन से खुश होकर स्थानीय निवासी आर्यदत्त मोहंती ने कहा कि हमने इंडियन आइडल में अपने गायन से सनसनी फैलाने वाली 12 वर्षीय नाहिद पर फतवे के बारे में सुना है। ऐसे वक्त में फिरदौस की ये कामयाबी बेहद खास है। फिरदौस ने सांप्रदायिक सौहार्द और सहनशीलता का बेहद खास उदाहरण पेश किया है।
गीता गायन प्रतियोगिता की एक और जज अक्षय पाणि ने बताया कि फिरदौस का स्तर अन्य प्रतियोगियो से काफी अलग और खास था। उन्होंने गीता का गायन निर्बाध गति से किया। उनका उच्चारण साफ-सुथरा था। हमने फिरदौस को 100 में से 90 अंक दिए हैं। फिरदौस ने कहा कि मेरे शिक्षकों ने मुझे ये नैतिक ज्ञान दिया है कि जियो और दूसरों को भी जीने दो। मेरा मानना है कि संपूर्ण मानव जाति एक वैश्विक परिवार है।
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