Covid-19: हाथ पर था 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा, 4 यात्रियों को ट्रेन से उतारा
नई दिल्ली- मुंबई से दिल्ली की ओर रवाना हुई एक ट्रेन में उस वक्त हंगामा मच गया जब यात्रियों के बीच कोरोना वायरस के चार संदिग्ध भी मौजूद दिख गए। बाकी यात्रियों को उनके बारे में इसलिए भनक लग गई, क्योंकि उन चारों के हाथों इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा लगा हुआ था। यात्रियों ने उन्हें देखते ही फौरन रेल अधिकारियों को सूचना दी और ट्रेन को मुंबई से रवाना होने के करीब 100 किलोमीटर दूर पालघर स्टेशन पर रोक दिया गया और उन चारों यात्रियों को उतारकर स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। वे चारों लोग जर्मनी से आए थे और मुंबई में ही रहने की बात कहकर 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा लगवा लिया था।
कोरोना वायरस के 4 संदिग्ध ट्रेन से उतारे गए
बुधवार को रेलवे अधिकारियों ने मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर पालघर स्टेशन पर कोरोना वायरस के चार संदिग्ध यात्रियों को ट्रेन से उतार लिया। दरअसल, वायरस के उन संदिग्धों के खिलाफ साथी यात्री ने ही आवाज उठाई थी, क्योंकि उनकी बायीं हाथ पर 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा लगा हुआ था। वो चारों यात्री जर्मनी से भारत आए थे और उनके हाथ पर इसीलिए 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा लगाया गया था कि वो दिए हुए 14 दिनों तक अपने घरों पर ही आराम करेंगे और कहीं नहीं जाएंगे। लेकिन, उन लोगों ने क्वारंटाइन की मियाद को नजरअंदाज करके बांद्रा टर्मिनस-दिल्ली गरीब रथ एक्स्प्रेस ट्रेन पकड़ ली। पश्चिमी रेलवे अधिकारियों को जब यात्रियों के हंगामें की भनक लगी तो वे कोच में पहुंचे और उन चारों को उतार लिया। (पहली तस्वीर प्रतीतात्मक)
1 अप्रैल तक 'होम क्वारंटाइन' में रहना था
बाद में उन चारों से पूछताछ और उनके हाथ पे पक्की स्याही से लगाए गए स्टांप से पता चला कि उन्हें एक अप्रैल तक घर पर क्वारंटाइन की स्थिति में रहने को कहा गया है। लेकिन, वे गरीब रथ पकड़ कर बांद्रा से सूरत जा रहे थे। लेकिन, जब साथी यात्रियों ने 'होम क्वारंटाइन' का ठप्पा देखा तो उनमें हड़कंप मच गया। यात्रियों ने फौरन टीटीई को इसकी इत्तला की और उसके बाद पश्चिमी रेलवे के अधिकारी भी बुला लिए गए। इसके बाद पालघर स्टेशन पर बिना हॉल्ट के ही ट्रेन रोक दी गई और चारों से उतरने को कह दिया गया। पश्चिमी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि 'जी4 और जी5 से चार यात्रियों को उतारा गया है। ये यात्री जर्मनी से आ रहे थे और सूरत जा रहे थे। उन्हें पालघर के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया है। उन यात्रियों को एयरपोर्ट पर 14 दिन के लिए 'होम क्वारंटाइन' का सील लगाया गया था।'
दो संदिग्ध पहले भी उतारे जा चुके हैं
बाद में चारों ने बताया कि वे गुजरात के सूरत, वडोदरा और भावनगर के रहने वाले हैं। उनकी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जर्मनी से आते ही स्क्रीनिंग की गई थी और उन्होंने 14 दिन यानि 1 अप्रैल तक मुंबई में 'होम क्वारंटाइन' में रहने को कहा गया था। बता दें कि सोमवार को ही महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया था कि विदेशों से आने वाले जो यात्री अपने घर पर ही रहकर 14 दिन की क्वारंटाइन की अवधि पूरा करना चाहेंगे, उनकी बायीं हाथ पर 'होम क्वारंटाइन' की मुहर लगाई जाएगी, जो चुनाव में इस्तेमाल वाली स्याही की होगी, ताकि अगर वे उसका उल्लंघन करेंगे तो आसानी से पकड़े जाएंगे। बता दें कि मंगलवार रात को भी दो विदेशी यात्रियों को इसी तरह दादर रेलवे स्टेशन से मांडवी एक्सप्रेस से उतारकर सेवेन हिल्स हॉस्पिटल भेजा गया था।
Recommended Video
इसे भी पढ़ें- पंजाब के लुधियाना में कोरोना वायरस के 167 संदिग्ध लापता