5 साल से अस्पताल में वेजिटेटिव स्टेट में भर्ती है ये महिला, 6 करोड़ का हो चुका है बिल, पढ़ें पूरी कहानी
5 साल से अस्पताल में वेजिटेटिव स्टेट में भर्ती है ये महिला, 6 करोड़ का हो चुका है बिल, पढ़ें हैरान कर देने वाली कहानी
नई दिल्ली: बेंगलुरु में एक 33 वर्षीय महिला पूनम पिछले पांच सालों से अस्पताल में भर्ती हैं। इतने दिनों में पूनम के अस्पताल का बिल 6 करोड़ रुपये हो गया है। पूनम पेट में दर्द की जांच के लिए 2015 में बेंगलुरु के मणिपाल अस्पताल में भर्ती हुई थीं। तब से लेकर आजतक पूनम उस अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं हो पाई हैं। पूनम फिलहाल वेजिटेटिव स्टेट में हैं। वेजिटेटिव स्टेट एक विशिष्ट न्यूरोलॉजिकल डायग्नोसिस है। इसमें व्यक्ति का दिमाग तो काम करता है, लेकिन उसमें कोई चेतना या सोचने की क्षमता नहीं होती है। पूनम के परिवार वालों को फिर भी उम्मीद है कि पूनम एक दिन अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूनम शायद भारत की सबसे लंबी अस्पताल में रहने वाली मरीज हैं।
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डॉक्टरों को कहना है कि फिलहाल पूनम की तबीयत में कोई सुधार नहीं है। अभी भी पूनम की रिकवरी या डिस्चार्ज के कोई संकेत नहीं है। पूनम का मेडिकल रिपोर्ट काफी लंबा-चौड़ा 11 पन्नों का है, जिसमें 20 से अधीक डॉक्टरों के नामों का एक लंबा पैनल शामिल है। जो पिछले पांच सालों से पूनम का इलाज कर रहे हैं।
परिवार वालों को कहना है कि पूनम ने अपना 28वां जन्मदिन पिछली बार 1 जनवरी 2015 को मनाया था। परिवार ने बताया कि पूनम एक बहुत ही खुशमिजाज महिला थी वो हमेशा हंसते-खेलती रहती थी। लेकिन आज के वक्त में वो मुश्किल से बात भी नहीं कर पाती है। हालांकि डॉक्टरों ने पूनम के परिवार को घर ले जाने को कहा है लेकिन परिवार को लगता है कि Rehabilitation प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज किया जाता है तो पूनम अस्पताल से ठीक होकर बाहर आएगी।
कोट्टायम के मूल निवासी पूनम के पति रिजीश नायर ने अपनी पत्नी की इस हालत के लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया है। पूनम के पति रिजीश नायर न्यूज 18 से बात करते हुए कहा, ''मेरी गलती कहां है, 3 अक्टूबर 2015 को पूनम पेट में दर्द की वजह से अस्पताल में भर्ती हुई थी और आज वो वेजिटेटिव स्टेट में चली गई है।'' पूनम के पति रिजीश नायर IMB और Microsoft की नौकरी छोड़कर अपनी पत्नी की देखभाल करते हैं।