पाकिस्तान के 330 किलो वजनी नुरुल हसन की मौत, अस्पताल में हंगामे के कारण नहीं पहुंच सका कोई डॉक्टर
नई दिल्ली। पाकिस्तान के सबसे वजनी (330 किलोग्राम) शख्स नुरुल हसन की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के कुछ दिनों बाद मौत हो गई। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के विशेषज्ञ डॉक्टर माज उल हसन ने नुरुल हसन का सफल ऑपरेशन किया था। नुरुल लाहौर के शालीमार अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीयू में हंगामे के कारण कोई डॉक्टर उनको देखने नहीं जा सका और हालत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई।
नुरुल हसन आईसीयू में थे भर्ती
सादिकाबाद के रहने वाले 55 साल के नुरुल हसन का 28 जून को ही सफल ऑपरेशन किया गया था। उन्हें पाकिस्तान सेना की हवाई एंबुलेंस के जरिए इलाज के लिए सादिकाबाद से लाहौर लाया गया था। सर्जरी के बाद उनको आईसीयू में निगरानी के लिए रखा गया था। बताया जा रहा है कि सोमवार को अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसने परिजनों ने हंगामा किया था, इस दौरान उनकी हालत बिगड़ने लगी थी। पाकिस्तानी आर्मी के डीजी आईएसपीआर ने ट्वीट कर नूर उल हसन की मौत पर अफसोस जताया है।
अस्पताल में हुई थी तोड़फोड़, नर्स तक नहीं थीं मौजूद
मृतक के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया था और तोड़फोड़ की थी। इस तोड़फोड़ की घटना के दौरान परिजनों ने अस्पताल के कुछ डॉक्टरों और नर्सों को भी निशाना बनाया था। अस्पताल प्रशासन वहां से जान बचाने के लिए भाग गया था। डॉक्टर माजुल हसन के मुताबिक, जब अस्पताल में हंगामा हो रहा था, नुरुल की हालत होने लगी थी और लगभग एक घंटे तक उनको बेसुध छोड़ दिया गया था, कोई उनके पास नहीं जा सका।
कोई डॉक्टर नुरुल के नजदीक नहीं जा सका
उन्होंने कहा कि मृतका के परिजनों द्वारा हंगामे के कारण ऐसे हालात पैदा हो गए कि कोई डॉक्टर नुरुल के नजदीक नहीं जा सका। जब अस्पताल के स्टाफ को इसका खयाल आया, उन्होंने नुरुल को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो सके। अस्पताल प्रशासन का इस मामले पर कहना है कि इसकी जांच की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नुरुल पाकिस्तान के सबसे अधिक वजन वाले शख्स थे लेकिन इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। इसके पहले, साल 2017 में पाकिस्तान के 360 किलो वजन वाले शख्स की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई थी जिसके बाद उसका वजन 200 केजी से नीचे आ गया था।