100 साल के बुजुर्ग ने Coronavirus को हराया, ठीक होकर घर लौटे
नई दिल्ली- अबतक कहा जा रहा था कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को ही है, जबकि कम उम्र के लोगों को उनकी तुलना में खतरा कम है। लेकिन, 100 वर्ष के एक बुजुर्ग जो कई दशकों से पेंशन पर जी रहे हैं, उन्होंने न सिर्फ इस बीमारी को हरा दिया है, बल्कि पूरी तरह सेहतमंद होकर घर वापसी की है। यही नहीं यह भी कहा जाता है कि जिन बुजुर्गों में पहले से गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें इस बीमारी की चपेट में आकर मौत का ज्यादा खतरा है। लेकिन वो बुजुर्ग कई तरह की बीमारियों से पहले ही पीड़ित हैं, लेकिन फिर उनका स्वस्थ होना हजारों लोगों को नया हौसला देगा और उम्मीद है कि वो भी इस बीमारी को नाकाम कर स्वस्थ होने में सफल होंगे।
वुहान में 100 साल का मरीज ठीक हुआ
चीन के वुहान शहर से ही कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अपना कहर दिखाना शुरू किया था। लेकिन, उसी वुहान शहर में 100 के एक बुजुर्ग ने अपने हौसले के दम पर इस वायरस से जुड़े तमाम मिथकों को मात देने में कामयाबी पाई है। ऐसा कहा जाता रहा है कि कोरोना वायरस सबसे ज्यादा बुजुर्गों के लिए ही जानलेवा साबित हो रहा है, लेकिन वुहान के एक अस्पताल में इलाज करा रहे एक बुजुर्ग ने इन मिथकों को तोड़ डाला है। ये जानकारी चीनी सरकारी मीडिया के हवाले से सामने आई है। शिन्हुआ के मुताबिक अबतक की जानकारी के मुताबिक इस बीमारी से ठीक होने वाले ये बुजुर्ग पेंशनर अब तक के सबसे उम्रदराज मरीज हैं, जिन्हें इस बीमारी से इलाज के बाद छुटकारा पाने में कामयाबी मिली है।
कई बीमारियों की चपेट में हैं बुजुर्ग
वुहान में 100 साल के जिस बुजुर्ग की ये बीमारी ठीक हुई है, वो उन 80 मरीजों में शामिल हैं, जिन्हें पिछले शनिवार को इलाज के बाद हुवेई मैटरनिटी एंड चाइल्ड हेल्थ केयर हॉस्पिटल से छुट्टी दी गई है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि 100 वर्षीय वो बुजुर्ग स्वास्थ्य संबंधी कई रोगों से पीड़ित थे, जिनमें अलजाइमर, हाइपरटेंशन और हार्ट से जुड़ी परेशानियां शामिल हैं। उन्हें पहली बार पिछले 24 फरवरी को इलाज के लिए दाखिल कराया हया था और उनका चीन के सेना के डॉक्टरों ने भी इलाज किया।
'90 फीसदी से भी ज्यादा बुजुर्ग ठीक होंगे'
बता दें कि दुनिया भर के डॉक्टरों ने चेतावनी दे रखी है कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों, कमजोर इम्यून सिस्टम और गंभीर बीमारियों वाले लोगों को ही सबसे ज्यादा है। लेकिन, एक रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लैंड के चीफ मेडिकल ऑफिसर प्रोफेसर क्रिस व्हिटी का दावा है कि ज्यादातर बुजुर्ग यानि 90 फीसदी से ज्यादा इस बीमारी को मात देने में सफल रहेंगे। उन्होंने पिछले हफ्ते ही कहा था, 'जहां सबसे ज्यादा बीमारी का खतरा है वहां से भी जो डाटा मिला है, उससे भी जाहिर होता है कि अधिकतर लोग,यहां तक कि सबसे ज्यादा इसकी चपेट में आने वाले बुजुर्ग लोग भी सभी नहीं बच जाएंगे।' डॉक्टर क्रिस ने कहा था कि यह धारणा बन चुकी है कि अगर आपकी उम्र ज्यादा है और आपको कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया तो आप गए, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अधिकतर लोग बच जाएंगे, यहां तक कि जो लोग 80 के दशक में होंगे वो भी।
दो-तिहाई जर्मन आएंगे चपेट में-मर्केल
बता दें कि अभी तक कोरोना वायरस ने चीन के बाद इटली और ईरान में ही सबसे ज्यादा कहर बरपाया है। लेकिन, बुधवार को जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा है कि जर्मनी की दो-तिहाई आबादी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकती है। उन्होंने विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा है कि उनके बीच आम सहमति है कि यह वायरस 60 से 70 फीसदी जनसंख्या को संक्रमित कर सकता है। बता दें कि 1,200 जर्मन नागरिकों के संक्रमित होने के बाद मर्केल इस महामारी पर पहली बार सार्वजनिक तौर पर प्रतिक्रिया दे रहीं थीं।
करीब 100 देश आ चुके हैं चपेट में
बता दे कि दुनिया भर में कोरोना वायरस ने 1,19,000 से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है और अबतक इसकी वजह से 4,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे बड़ी बात ये है कि इस बीमारी की चपेट में आने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है और यह आंकड़ा करीब 100 के आसपास पहुंच चुका है।