Himachal Assembly Elections: भाजपा उम्मीदवार अनिल धीमन सिर्फ 60 वोटों से हारे
हिमाचल प्रदेश में भाजपा उम्मीदवार अनिल धीमन सिर्फ 60 वोटों से हार गए। कांग्रेस के उम्मीदवार के सामने उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा
Himachal Assembly Elections: हिमाचल प्रदेश में चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। लेकिन इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच जीत का अंतर काफी कम रहा। कई भाजपा उम्मीदवार तकरीबन 1 फीसदी वोट से हार गए। यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाजपा मुख्यालय से इस बात का जिक्र किया। हिमाचल प्रदेश में भोरनी विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर अनिल धीमन सिर्फ 60 वोटों से हार गए। कांग्रेस के सुरेश कुमार इस बार सबसे कम वोट अंतर से जीतने वाले प्रत्याशी बन गए हैं। कांग्रेस के सुरेश कुमार ने भाजपा उम्मीदवार डॉक्टर अनिल धीमन को 60 वोटों से मात दी है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं जिसमे से 40 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की जबकि भाजपा को सिर्फ 25 सीटों पर जीत दर्ज की। हार के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बहुत सारी सीटों पर हम 100 वोट से भी कम, 500 वोटों से भी कम पर हम हार गए। लगभग 11-12 सीटें ऐसी हैं जिसमे वोट का अंतर 1000 से कम है। वोट शेयर की बात करें तो अंतर सिर्फ 1 फीसदी का है। बावजूद इसके कांग्रेस हमसे आगे निकल गई। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि जो मत आया है उसका अभिनंदन है। जो नई सरकार बनेगी उसको मेरी बहुत सारी शुभकामनाएं। उम्मीद करता हूं कि जो वादे उन्होंने किए हैं वह उसे पूरा करें।
अहम बात है कि जयराम ठाकुर सरकार के 10 मंत्रियों में से 9 मंत्री चुनाव हार गए। भाजपा और कांग्रेस के बीच वोट अंतर की बात करें तो यह तकरीबन 1 फीसदी था। जबकि अन्य के खाते में 12 फीसदी वोट गए। यानि भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान निर्दलीय उम्मीदवारों ने पहुंचाया। भाजपा ने अपने मौजूदा विधायकों में से 40 फीसदी का टिकट काट दिया था, जिसके चलते 18 उम्मीदवार बागी हो गए और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। जिन 18 उम्मीदवारों ने बगावत की उसमे से 8 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। भाजपा की इस चुनाव में 18 सीटें कम हुई जबकि कांग्रेस की इतनी ही सीटें बढ़ी हैं।