'पक्षी भी प्रेम की भाषा समझ जाते ही हैं', तोते को दुलारती लड़की का ये वीडियो आपने देखा क्या?
पानीपत। पशु-पक्षियों को भी इंसानों के प्रेम का अहसास होता है। कहीं-कहीं तो पशु पक्षियों में इंसानों से भी ज्यादा वफादारी-समझदारी होती है। इस दुनिया में इंसान से जीवों के लगाव से ऐसे न जाने कितने उदाहरण को देखने को मिल जाएंगे, जैसा लोग सोचते भी नहीं हैं। हम यहां आपको दिखाने जा रहे हैं अब एक ऐसा वीडियो, जिसमें तोते एक युवती से घुल-मिल रहे हैं, उसकी हर बात समझ रहे हैं।

तोते और युवती का यह वीडियो मोह लेगा मन!
यहां आप देख सकते हैं। युवती तोती से कह रही है, "मैं तुझे इग्नोर करूंगी। 2-3 दिन तक इग्नोर करूंगी तेरे को मैं! बात नहीं करूंगी। क्योंकि, तू बहुत बदमाश हो गई है।"
इस दौरान युवती के कंधे पर बैठे तोते उसे करीब से देख रहे हैं। युवती उन्हें बता रही है कि, "मैं इसे इग्नोर करूंगी।" यह बात तोती को अच्छी नहीं लग रही। तोती कभी युवती के होंठ को अपनी चोंच से काटने लगती है, कभी ऐसे दिखती है जैसे- रो रही हो। तब युवती उसे चूमती है तो तोती भी गले मिलती है।

तोते सबसे बुद्धिमान पक्षियों में से हैं
वीडियो में आप यह दृश्य ध्यान से देखेंगे, कई बार देखेंगे तो तोते के इंसान से लगाव का जरूर अहसास होगा। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर पर सामने आया तो बहुत से लोग कमेंट कर रहे थे। जिनमें ज्यादातर कमेंट यह बात कही गई कि, तोते भी इंसान के प्रेम को बखूबी समझते हैं, उन्हें भी करुणा का अहसास है। वे न सिर्फ इंसान के चेहरे को गौर से देखते हैं, बल्कि इंसान के भाव को भी भांपते हैं।

'गन्ने का जूस पीने घर पर आते थे तोते'
तोते के बारे में अपनी बातें कहते हुए फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा कि, "अब से 15-16 साल पहले जब उत्तर प्रदेश में मथुरा, मेरठ, आगरा, हाथरस जैसे जिलों में बहुत गन्ना होता था तो तोतों की संख्या बहुत थी। उसने कहा कि, हम लोग खेतों में ईख काटने जाते थे। खेतों से हम गन्ने के उूपरी हिस्से (जो कि दुधारू पशुओं का चारा होता है), जिसे अंगोला कहते हैं, उसके साथ कुछ गन्ने की गठरी भी घर ले आते थे। जब हम गन्ना चूंसते थे तो हमारी नीम के पेड़ पर 15-20 तोते आ बैठते थे। हम गन्ने की छिलपन (छिलका) चूंसकर उनकी ओर फेंकते थे और वे तोते चाव से उन छिलपनों से गन्ने का जूस चूंसते थे। वो माहौल बहुत अच्छा लगता था। कई बार तो तोते हमारे सिर पर आ बैठते थे। वो ऐसे पक्षी होते हैं जो काफी दूर से देख सकते हैं। उन्हें फल खाना ज्यादा पसंद होता है। इसलिए आम, अमरूद, रिसोड़े, गूलल, जामुन इत्यादि वो खूब कुतरकर खाते हैं।"

तोते के बारे में और रोचक बातें
तोता भारत में अकेला ऐसा पक्षी माना जाता है, जो अपने भोजन को पैरों में पकड़कर खाता है। वे अपने पैरों से ठीक उसी तरह खा सकते हैं, जैसे हम इंसान अपने हाथों से खाते हैं।
एक यह बात आप नहीं जानते होंगे कि भारत में तोते को पिंजड़े में पालना गैर-कानूनी है। मगर, ये कानून कौन मानता है? आज भी लोग तोतों को पिंजरे में रखते हैं और वो उनका पालतू होता है। 2020 के फरवरी महीने में नोएडा में एक बच्ची ने तोते का पिंजरा हाथ में ले रखा था और वह ईरिक्शा में चढ़ी तो बहुत से लोग उसकी तरफ निहारते रहे। राजस्थान, यूपी, हरियाणा ऐसे राज्य हैं जहां तोते बहुतायत में मिल जाएंगे। राजस्थान में तो तोते पालने वाले भी लोग काफी हैं।

इंसानों की नकल कर लेते हैं
तोते को पढना-गिनना, रंगों और आकृतियों को पहचानना सिखाया जा सकता है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो ऐसा दिखा था, जिसमें तोता गिनती करते देखा जा सकता था। एक वीडियो में तोता मम्मी-मम्मी चिल्लाते नजर आया था।
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दुनियाभर में इनकी 100 से ज्यादा प्रजाति
पूरी दुनिया में तोते की 100 से भी ज्यादा प्रजाति पाई जाती हैं। भारतीय तोते आकार में अमेजन के जंगलों में पाए जाने वाले तोतों से छोटे होते हैं। यहां इन पक्षियों की कुछ प्रजातियाँ ऐसी भी होती हैं, जो इंसानों की आवाज़ की नकल कर सकते हैं।
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इंसान से भी ज्यादा जीते हैं तोते?
तोते के बारे में रोचक बात यह भी है की तोते पराबैंगनी प्रकाश (अल्ट्रावायलेट किरणों) को भी देख सकते हैं, जबकि इंसान ऐसा नहीं कर सकते। तोते का जीवनकाल अन्य पक्षियों की तुलना में अधिक होता है। कई बार ये आपके साथ उम्रभर भी रह सकते हैं। तो कई बार ये अपने मालिक से भी ज्यादा जीते हैं। इनकी औसत आयु 30 से 80 साल तक मानी गई है।