हरियाणा में टोसिलिजुमाब दवा के इस्तेमाल के लिए मेडिकल बोर्ड बनेगा, CM ने बताया- कैसे रोगियों को दें
चंडीगढ़। कोरोना मरीजों को टोसिलिजुमाब के उपयोग के लिए हरियाणा में अब मेडिकल बोर्ड बनेगा। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दी। खट्टर ने कहा कि टोसिलिजुमाब का उपयोग हृदय रोगियों के कोरोना संक्रमित होने पर किया जाता है। उन्होंने कहा कि, प्रदेश सरकार के पास इसकी 160 डोज मौजूद हैं। इतना ही कोटा हरियाणा को आवंटित है।
मालूम हो कि, यह इंजेक्शन सिपला कंपनी के जरिये विदेश से मंगवाया जाता है। अपने देश में इसका उत्पादन नहीं होता। मुख्यमंत्री का कहना है कि, डॉक्टर टोसिलिजुमाब इंजेक्शन को कोविड मरीजों के लिए तभी लिखें, जब बेहद जरूरी हो। वहीं, एक डॉक्टर ने कहा- "बेहद गंभीर मामलों में ही इस इंजेक्शन को लगाया जाता है। कोरोना में इसे भी दिया जा सकता है, हालांकि पक्का इलाज नहीं है।"
हरियाणा में ही उपलब्ध होंगे टोसिलिजुमाब
बहरहाल, प्रदेश में सरकार इसके उपयोग की व्यवस्था बनाने जा रही है। यह देखा गया है कि, रेमडेसिविर इंजेक्शन भी संक्रमितों पर 5-7 दिन में ही प्रभावी हो रहा है। ऐसे में रेमडेसिविर और मंगवाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही कोविड संबंधी जो निर्देश दिए, उस वक्त वे अपने आवास से बड़ी कंपनियों के डेढ़ दर्जन प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। बुधवार शाम को उन्होंने कोरोना महामारी से जंग जीतने में सहयोग के लिए अपील की थी।
इन
सब
चीजों
की
व्यवस्था
भी
होगी
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि,
कोरोना
के
मरीजों
के
इलाज
के
लिए
अस्पताल
तैयार
करने,
ऑक्सीजन
व
ऑक्सीजन
कन्संट्रेटर,
ऑक्सीजन
जनरेटर
देने
की
कई
बड़ी
कंपनियों
ने
पेशकश
की
है।
कुछ
कंपनियों
ने
ऑक्सीमीटर,
मास्क,
सैनिटाइजर
व
अन्य
मेडिकल
उपकरण
देने
के
लिए
भी
सहमति
दी
है।
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उन्होंने हीरो-मोटोकॉप, एम3एम, डीएलएफ लिमिटेड, पॉवर फाइनेंस कॉरपोरेशन, होंडा मोटरसाइकिल, मिंडा-ग्रुप, इफको टोकियो जनरल इंश्यारेंश कंपनी लिमिटेड, विवेकानंद आरोग्य केंद्र समेत अनेक कंपनियों के प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श किया व सुझाव भी लिए।