दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर धरने में आए पंजाब के किसान ने खाया जहर, अब तक 40 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की मौत
सोनीपत। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों में से अब तक 40 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की जान जा चुकी है। यहां दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंघु बॉर्डर पर हजारों प्रदर्शनकारी धरने पर हैं। जिनमें से कई किसान आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं। खबर है कि, पंजाब के लुधियाना के रहने वाले 50 वर्षीय किसान लाभ सिंह ने भी जान देने की ठानी। उन्होंने जहर खाकर मरने की कोशिश की। हालांकि, उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
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सिंघु
बॉर्डर
पर
जुटे
हुए
हैं
हजारों
किसान
बताया
गया
कि,
किसान
लाभ
सिंह
सरकार
द्वारा
की
जा
रही
अनसुनी
से
आहत
थे।
उनके
द्वारा
गलत
कदम
उठाए
जाने
की
सूचना
मिलने
पर
सोनीपत
पुलिस
भी
मौके
पर
पहुंची।
पता
चला
है
कि,
लाभ
सिंह
को
सोनीपत
में
ही
एक
निजी
अस्पताल
में
भर्ती
करवाया
गया
है।
हालांकि,
जहर
का
असर
होने
से
हालत
नाजुक
बनी
हुई
है।
उधर,
किसानों
के
डेरे
में
पदाधिकारी
लगातार
सरकार
के
रवैये
के
खिलाफ
बुलंद
हो
रहे
हैं।
कुंडली
बॉर्डर
पर
भी
काफी
किसान
डटे
हुए
हैं।
किसान आंदोलन: सुप्रीम कोर्ट आज सुना सकता है फैसला, केंद्र ने ट्रैक्टर रैली के खिलाफ डाली याचिका
इधर,
600
ट्रैक्टर
लेकर
किया
प्रदर्शन
किसान
संगठनों
द्वारा
सरकार
को
अपनी
ताकत
का
अहसास
कराने
के
लिए
कई
तरह
की
कोशिश
की
जा
रही
हैं।
मसलन,
26
जनवरी
की
परेड
को
लेकर
किसानों
ने
बीते
रोज
600
ट्रैक्टर
लेकर
प्रदर्शन
किया।
जिसके
चलते
नेशनल
हाईवे
दो
घंटे
जाम
रहा।
ये
ट्रैक्टर
कृषि
कानूनाें
के
विरोध
में
छछरौली
ब्लॉक
की
अनाज
मंडी
में
इकट्ठे
हुए।
यह
रैली
गणतंत्र
दिवस
समारोह
में
ट्रैक्टर
मार्च
निकालने
के
लिए
तैयारी
के
रूप
में
निकाली
गई।
किसान
सैकड़ों
ट्रैक्टरों
से
छछरौली
से
दादूपुर,
से
देवधर
व
देवधर
से
खिजराबाद
अनाज
मंडी
पहुंचे।
उस
दौरान
लेदी
होते
हुए
रैली
संपन्न
हुई।