हरियाणा सरकार ने शिक्षकों को दिया प्रसाद बांटने का काम, ना मानने वालों को कारण बताओ नोटिस
हरियाणा सरकार ने शिक्षकों को दिया पुजारी बन प्रसाद बांटने का काम, ना पहुंचने वालों को कारण बताओ नोटिस
नई दिल्ली। हरियाणा सरकार ने पुजारी की ट्रेनिंग लेने और प्रसाद बांटने का राज्य सरकार का आदेश ना मानने वाले शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। खट्टर सरकार ने राज्य के शिक्षकों को आदेश जारी करते हुए कपाल मोचन मेले में अध्यापकों को प्रसाद बांटने का काम सौंपा है। सरकार चाहती है कि यमुनानगर जिले के कपाल मोचन मंदिर में लगने वाले मेले के दौरान शिक्षक पुजारियों की तरह भगवान की पूजा करें और प्रसाद भी बाटें। इसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया जिसे कुछ शिक्षकों ने तुगलकी फरमान बताते हुए इसका विरोध किया है। जिन शिक्षकों ने सरकार के आदेश का विरोध किया है, उनको सरकार ने कारण बताओ नोटिस भेजा दिया है।
हरियाणा के जिला यमुनानगर मंदिर के बाहर हर साल लगने वाले कपाल मोचन मेले में इस बार सरकारी अध्यापकों की नियुक्ति पुजारी के रूप में करने का अध्यापक संघ ने जमकर विरोध किया है। संघ का कहना है कि शिक्षक का काम बच्चों को पढ़ाना है ना कि किसी मेले में पूजा कराना। अध्यापक संघ का कहना है कि स्कूलों में शिक्षकों की पहले से ही कमी है जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, ऐसे में इस तरह के कामों में शिक्षकों की ड्यूटी लगा देने का कोई तुक नहीं है।
प्रशासन ने 29 अक्टूबर को अध्यापकों की पुजारी ट्रेनिंग रखवाई थी लेकिन कई अध्यापक उसमें शामिल नहीं हुये जिसकी वजह से अब उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का नोटिस भेजा गया है। कई सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों ने भी सरकार के इस आदेश को तानाशाही रवैये वाला और तुगलकी बताया है।
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