SHO के बेटे ने ऑनलाइन मंगवाई हथकड़ी और खाकी वर्दी, शॉर्प शूटर की गर्लफ्रेंड ने खोला चौंकाने वाला राज
ग्वालियर। मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने गोली मारकर लूट की ताबड़तोड़ वारदात करने वाली इंटरस्टेट गैंग का खुलासा किया है। सप्ताहभर पहले ही इस गैंग के सदस्यों ने बैंक परिसर में घुसकर पीतांबरा गैस एजेंसी के मुनीम वासुदेव शर्मा(55) को गोली मारकर 4.5 लाख रुपए लूटे थे।
दिवाली की सुबह पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने गैंग के शार्प शूटर नवीन शर्मा को क्राइम ब्रांच ने दीपावली की सुबह शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़ा। इसी लुटेरे ने मुनीम को दो गोलियां मारी थीं। शनिवार रात को जब मास्टरमाइंड धर्मेंद्र जाट को पुलिस ने सीसीटीवी में मुनीम को फॉलो कर रही स्कॉर्पियो के नंबर के आधार पर हिरासत में लिया तो शूटर नवीन अपनी कपड़े की दुकान बंद कर गांव भाग रहा था। बिजौली के रास्ते वह बाइक से गांव जा रहा था, तभी दीपावली की सुबह करीब 5.30 बजे पुलिस ने उसे घेरकर पकड़ लिया। गैंग का सरगना धर्मेंद्र शिवपुरी के बैराड़ थाना प्रभारी बीपी जाट का बेटा है। जो खुद को एक फायनेंस कंपनी का रिकवरी मैनेजर बताता था। गैंग में शामिल मथुरा के हिस्ट्रीशीटर तपेश पंडित, आकाश जाट और नवाब गुर्जर निवासी ग्वालियर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभी इनका एक साथी राज वाल्मीक फरार है।
150 से ज्यादा फुटेज खंगाले
एसपी नवनीत भसीन ने क्राइम ब्रांच प्रभारी दामोदर गुप्ता, एसआई पप्पू यादव, महावीर सिंह, सिपाही राजीव सोलंकी, गुलशन, भगवती, गौरव को फुटेज खंगालने का टास्क दिया था। टीम ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें माधवनगर, राजमाता चौराहा और स्वास्थ्य प्रबंधन संस्थान के सामने स्कॉर्पियो नजर आई। जिस रास्ते लुटेरे भागे। वहां श्रीराम कॉलोनी के पास बाइक से उतरकर दो लुटेरे स्कॉर्पियो में बैठते दिखे। पड़ताल की तो स्कॉर्पियो धर्मेंद्र जाट के नाम पर निकली।
कैश वैन लूटने के लिए ऑनलाइन मंगाई थी हथकड़ी और वर्दी
इसके अलावा बैंक की कैश वैन को लूटने के लिए भी धर्मेन्द्र ने पूरी प्लानिंग की थी। अमेजन से ऑनलाइन हथकड़ी, वर्दी भी ऑर्डर की थी। हथकड़ी तो आ गई थी, लेकिन वर्दी आने वाली थी, लेकिन उससे पहले ही गिरोह धर लिया गया। इसी हथकड़ी से कैश वैन के गार्ड व सिक्यूरिटी को बांधकर लूट करने की योजना थी। इतना ही नहीं बल्कि गिरोह में शार्प शूटर नवीन की गर्लफ्रेंड भी सामने आई है। शार्प शूटर ने लूट के माल से उसे दुकान खुलवाई थी। क्राइम ब्रांच ने जब महिला से पूछताछ की तो उसने नवीन की असलियत पता नहीं होने की बात कही है। उसे नवीन ने खुद को फाइनेंस गाड़ियों की रिकवरी व धर्मेन्द्र के साथ प्रॉपर्टी करोबार की बात कही थी।