गुजरात: मोरबी हादसे में लोगों को बचाने के लिए नदी में कूदने वाले बीजेपी उम्मीदवार जीते
गुजरात में बीजेपी ने काफी ज्यादा बढ़त बना ली है। इस बार सबकी नजर मोरबी विधानसभा सीट पर है, जहां से बीजेपी ने कांतिलाल अमृतिया को टिकट दिया था। उन्होंने पुल हादसे में कई लोगों की जान बचाई थी।
गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा हादसा हो गया था, जहां मोरबी में पुराना पुल टूटने से 140 से ज्यादा लोगों की जान गई। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को खूब उठाया और आशंका जताई जा रही थी कि इससे बीजेपी को नुकसान होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी ने मोरबी से कांतिलाल अमृतिया को टिकट दिया था। हादसे के वक्त वो लोगों को बचाने के लिए खुद नदी में कूद गए और कई लोगों को बाहर निकाला। उनकी इसी बहादुरी के लिए पार्टी ने उनको टिकट भी दिया था।
पहले राउंड में तो कांतिलाल कांग्रेस प्रत्याशी जयंतीलाल पटेल से पीछे हो गए थे, लेकिन चौथे राउंड में उन्होंने 1724 वोटों से बढ़त बना ली, जबकि पंकज रनसरिया तीसरे नंबर पर चले गए। फिर धीरे-धीरे वो आगे बढ़ते चले गए। अंत में कांतिलाल अमृतिया ने 113701 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि दूसरे पायदान पर कांग्रेस और तीसरे पर आम आदमी पार्टी रही।
काफी
लंबा
है
राजनीतिक
करियर
कांतिलाल
अमृतिया
ने
1970
के
दशक
से
ही
जनकल्याण
का
काम
शुरू
कर
दिया
था।
उस
वक्त
मोरवी
बांध
की
वजह
से
इलाके
में
बाढ़
आई
थी,
तो
भी
उन्होंने
लोगों
की
काफी
मदद
की।
इसके
बाद
उन्होंने
छात्र
नेता
के
रूप
में
काम
किया।
1995
में
उनकी
जिंदगी
में
टर्निंग
प्वाइंट
आया,
जहां
वो
पहली
बार
विधायक
चुने
गए।
तब
से
वो
2012
तक
पांच
बार
विधानसभा
पहुंचे।
2017
में
उनको
टिकट
नहीं
मिला
था।
इस
बार
भी
उनका
टिकट
कटने
वाला
था,
लेकिन
बीजेपी
ने
ऐन
वक्त
पर
उनको
मैदान
में
उतार
दिया।
गुजरात में टूटे भाजपा की जीत के रिकॉर्ड, तो सुषमा स्वराज की बेटी ने ट्विटर पर लिखी ये बात
कैसे
टूटा
था
पुल?
दरअसल
30
अक्टूबर
को
मोरबी
में
एक
केबल
ब्रिज
टूट
गया
था,
जिस
वजह
से
कई
लोग
नदी
में
गिर
गए।
प्रशासन
ने
बड़े
पैमाने
पर
रेस्क्यू
ऑपरेशन
शुरू
किया,
लेकिन
हादसे
में
140
से
ज्यादा
लोगों
की
जान
गई।
ब्रिज
काफी
ज्यादा
पुराना
था,
लेकिन
प्रशासन
ने
कुछ
महीनों
पहले
ही
उसकी
मरम्मत
करवा
दी
थी।
जब
वो
दोबारा
खुला
तो
लोग
बड़ी
संख्या
में
उसे
देखने
पहुंचे।
भीड़
के
आउट
ऑफ
कंट्रोल
होने
से
पुल
टूट
गया
और
इतने
लोगों
की
जान
गई।