भाई के साथ बहनें खेत पर घास लेने गई थीं, तभी आ गया तेंदुआ, उसने 10 साल के बच्चे को मार डाला
पंचमहाल। गुजरात में तेंदुए के हमले में फिर एक इंसानी बच्चे की जान चली गई। इस बार एक तेंदुए ने पंचमहाल जिले की घोघंबा तहसील के कांटु गांव के जंगलों में हमला किया। दो बहनें अपने 10 वर्षीय भाई के साथ वहां घास लेने आई थीं। उन्हें देखकर तेंदुआ उन टूट पड़ा। तेंदुए को देखकर दोनों बहनें घर की तरफ भागने लगीं। जबकि, उनका भाई जंगल की ओर भागा।
बहनों ने अपने घर पहुंचकर लोगों को तेंदुए के हमले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, तेंदुए ने हम पर हमला कर दिया था। हम जैसे-तैसे जान बचाकर भागे। उसी बीच, भाई वहीं जंगल में रह गया। बच्चियों की यह बात सुनकर लोग घटनास्थल की तरफ दौड़े। तब तक तेंदुआ न जाने कहां चला गया। काफी खोज-बीन के बाद वहां उन बहनों के 10 वर्षीय भाई की लाश पड़ी मिली।
VIDEO: चुपके से घर की देहरी पर आया तेंदुआ, फिर घात लगाकर कुत्ते को मुंह में दबा ले गया
संवाददाता ने बताया कि, घटना इस प्रकार है कि कांटु गांव निवासी मनीषा और उसकी छोटी बहन सुमित्रा अपने भाई मुकेश के साथ खेत पर घास लेने गई थीं। उस समय वावकुंडली की ओर से जंगल से एक तेंदुआ वहां आ पहुंचा। उसे देखकर बहनें घर की ओर भागने लगीं। तभी तेंदुए ने मनीषा के पांव पर हमला किया, लेकिन उसने घास काटने के औजार दांतरडे से वार किया। जिसके बाद तेंदुए ने मुकेश की ओर दौड़ लगाई। मुकेश भी बचने के लिए भागा। उधर, मनीषा ने रास्ते में शोर मचाते हुए कहा कि मेरा भाई मुकेश जंगल की ओर भागा है, उसके पीछे तेंदुआ पड़ा है।
आंगन में सो रही 70 साल की वृद्धा को खींचकर जंगल में ले गया तेंदुआ, परिजनों ने मुश्किल से ढूंढा
मनीषा की चीख-चिल्लाहट सुनकर लोगों ने खोजबीन शुरू की। मगर, तब तक जंगल में तेंदुए द्वारा नाखून एवं दांतों से मनीषा के भाई को निशाना बना चुका था। उसकी वहीं मौत हो गई थी और फिर तेंदुआ फरार हो गया था। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम व ग्रामीणों ने आदमखोर तेंदुए को खोजना शुरू किया। लेकिन वह कहीं भी नहीं दिखा।